दहेज प्रताडऩा से परेशान पीडि़त न्याय पाने एक साल से काट रही थाने के चक्कर
जबलपुर। पुलिस आला अधिकारियों द्वारा अधीनस्थों को थाने में फरियाद लेकर आने वालों की तुरंत सुनवाई करते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाते हैं। साथ ही महिलाओं, बच्चों, वृद्धों, समाज के कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशील रहते हुए इनके द्वारा की गई शिकायतों पर तत्काल विधिसंगत कार्यवाही करते हुए तत्काल राहत पहुंचाने और ऐसे मामलों में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने, कार्यवाही निष्पक्ष होने की बात कहीं जाती है लेकिन थानों में अफसरों के फरमान कितने सुने जाते हैं इसकी बानगी मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में देखने को मिली जहां दहेज प्रताडऩा से परेशान एक महिला ने खुद के ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। पीडि़ता का दावा है कि वह न्याय पाने करीब एक साल से थाने के चक्कर काट रही है लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या की कोशिश की।
11 साल पहले हुआ था विवाद
गंगा नगर संजीवनी नगर निवासी मंजू तिवारी पति योगेश तिवारी 36 वर्ष ने बताया कि 11 साल पहले उसका विवाह हुआ था। दहेज में मायके पक्ष ने 15 लाख रूपए दिए थे उसके बावजूद भी दहेज के लिए उसे ससुराल पक्ष द्वारा लगातार परेशान किया जाता रहा। प्रताडऩा के साथ उसके साथ आए दिन मारपीट की जाती रही।
घर से निकाला, पति ने दूसरी शादी रचाई
पीडि़ता ने बताया कि पति ने बच्चों के साथ उसे घर से बाहर निकालने के बाद कुछ साल पहले दूसरी शादी कर ली। संजीवनी नगर थाने में भी शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पिछले एक साल से थाने के चक्कर काटने के बाद भी न्याय नहीं मिला। परेशान होकर अब आत्महत्या का रास्ता ही बचा जिसके चलते उसने यह आत्मघाती कदम उठाया।
पति, सास, जेठ समेत चार पर दर्ज हुआ प्रकरण
एसपी ऑफिस में आत्मदाह के प्रयास के बाद पुलिस सक्रिय हुई। पीडि़ता को बकायदा थाने ले जाया गया जहां उसके बयान लिए गए। जिसके बाद एफआईआर दर्ज हुई। संजीवनी नगर थाना प्रभारी रमेश कुमार नर्रे ने बताया कि पति योगेश तिवारी, सास फूल बाई, जेठ राकेश तिवारी समेत मन्नू तिवारी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।