भंवरताल के बाद देर रात तक थाने में चला हंगाम, काउंटर केस दर्ज
टीवी चैनल की डिबेट के दौरान हुई मारपीट का मामला
जबलपुर: भंवरताल में एक टीवी चैनल के डिबेट के दौरान भाजपा-कांग्रेस नेताओं में हुई तीखी बहस के बाद दोनों खेमे के कार्यकर्ता आपस मेंं भिड़ गए थे। जिसके बाद विाद इतना बढ़ गया था कि दोनों पक्षों ने एक दूसरे के साथ मारपीट कर दी थी और मामला थाने तक जा पहुंचा था। देर रात तक थाने में चले हंगामे के बाद दोनों पक्षों की रिपोर्ट काउंटर एफआईआर दर्ज कर ली गई है।जानकारी के मुताबिक भंवरताल में एक टीवी चैनल के आयोजित वाद-विवाद कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के उत्तर-मध्य विधायक अभिलाष पांडे और कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक विनय सक्सेना के साथ ही दोनों दल के अध्यक्ष सहित कार्यकर्ता और समर्थक शामिल थे।
प्रश्न-उत्तर की शृंखला के दौरान दोनों पार्टियों के नेताओं में तीखी बहस शुरू हो गई थी जिसके बाद बात इतनी बढ़ गई थी कि कांग्रेस-भाजपा खेमे के कार्यकर्ता भिड़ गए। इस दौरान दोनों पक्षों के एक दूसरे पर कुर्सी, डंडे से हमला कर दिया। दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं को चोटें आई है। जिन्हें उपचार के लिए समीप ही स्थित अस्पताल ले जाया गया तो वहां भी दो पक्ष भिड़ गए थे। हंगामा और मारपीट का आरोप दोनों दलों के नेताओं के एक-दूसरे के विरुद्ध लगाया है। इसके बाद देर रात तक दोनों दल की ओर से शिकायत दर्ज कराने को लेकर देर रात तक थाने में हंगामा करते रहे।
विजय नगर में जीरो, ओमती थाने में असल कायमी
मारपीट और हंगामे के बाद दोनों दलों के नेता ओमती थाने के सामने एकत्रित होने लगे। टकराव की आशंका को देखते हुए पुलिस ने दोनों दल के कार्यकर्ताओं को अलग-अलग थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए भेजा। भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से ओमती थाने में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरुद्ध मारपीट की शिकायत विजय नगर थाने की गई है विजय नगर थाना प्रभारी प्रतीक्षा मार्को ने बताया कि अजय रावत की रिपोर्ट पर आरोपी रामी सिंह, समेत अन्य के खिलाफ जीरो पर कायमी की गई। जिसके बाद डायरी ओमती थाने भेज दी गई थी जहां असल कायमी हुई। जबकि दूसरे पक्ष की शिकायत ओमती थाने में हुई है।
इन्हें बनाया गया आरोपी
ओमती थाना प्रभारी वीरेन्द्र सिंह पवार ने बताया कि दोनों पक्षों की रिपोर्ट पर काउंटर केस दर्ज किया गया है। रामजीत सिंह की रिपोर्ट पर सौरभ रैकवार, सचिन रजक, मसही समेत अन्य को आरोपी बनाया गया है। जबकि अजय रावत की रिपोर्ट पर गोपाल तिवारी, रामजी सिंह, योगेन्द्र सिंह को आरोपी बनाया गया है।