वर्चस्व की लड़ाई में गैंगवार से मचा हडक़ंप
जबलपुर। गैंगस्टरों में वर्चस्व की लड़ाई नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय कारागार जबलपुर (सेंट्रल जेल) तक जा पहुंंची है। सोमवार को जेल में सजा काट रहे शहर के दो कुख्यात बदमाश भिड़ गए। बहस के बाद मारपीट तक पहुंची लड़ाई हमले तक पहुंच गई। एक कैदी ने दूसरे पर लोहे की धारदार पट्टी से हमला कर दिया। जिसमें एक घायल हो गया। जेल मेें हुए कैदियों के बीच संघर्ष से हडक़ंप मच गया। सूचना मिलते ही जेल अधिकारी, सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंच गए थे और दोनों कैदियों को अलग करते हुए घायल को तुरंत उपचार के लिए जेल अस्पताल मेेंं भर्ती कराया गया। मामले में जेल प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए है।
सारंग ने छोटू का काट दिया कान
जानकारी के मुताबिक केंद्रीय जेल में तिलवारा निवासी संजय उर्फ सारंग धारा 307 के अपराध में जेल में बंद है तो छोटू चौबे हत्या, हत्या के प्रयास में सजा काट रहा। दोनों में वर्चस्व की भी लड़ाई है। सोमवार सुबह पौने दस बजे छोटू चौबे का फोन आया था और वह फोन पर बात करने के बाद वापस अपनी बैरक में जा रहा था इसी संजय सारंग और छोटू के बीच विवाद हुआ जो मारपीट तक पहुंच गया। सारंग ने एक लोहे की पट्टी से छोटू के कान पर हमला कर दिया। इस घटना में छोटू चौबे को चोट आई और उसे जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जहां सुई न पहुंचे वहां कैसे पहुंचा हथियार
इस घटना से जेल की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल उठ गए है। दरअसल जेल की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था किए जाने का दावा किया जाता है। दावा तो यहां तक किया जाता है कि कोई कैदी अंदर सुई तक नहीं ले जा सकता लेकिन सारग के पास धारदार हथियार पहुंच गया। जबकि इसके पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी है उसके बावजूद यह चूक कैसे हुई इसकी जांच की जा रही है।
जेल अपराध दर्ज, मुलाकात पर रोक
घटना के बाद सारंग पर जेल अपराध दर्ज कर लिया गया है। मुलाकात भी बंद करवाते हुए जेल नियम के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है।
बैरक हुए अलग, निगरानी बढ़ाई
सुरक्षा के मद्देनजर छोटू चौबे और सारंग के बैरक अलग-अलग कर दिए गए है। इसके साथ ही दोनों की निगरानी भी बढ़ा दी गई है। सारंग को चौबीस घंटे निगरानी में रखा जा रहा है।
चौबे पर 29, संजय पर 10 से अधिक अपराध दर्ज-
बदमाश छोटू चौबे खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, बलवा, अवैध वसूली, आम्र्स एक्ट, घर में घुसकर मारपीट, तोडफ़ोउ़ के 29 अपराध दर्ज है तो सारंग पर 10 से अधिक अपराध दर्ज है। छोटू 2222 नंबर से गैंग चलाता है और सारंग 4141 नंबर से गैंग चला रहा है।
इनका कहना है
सारंग ने चौबे पर लोहे की पट्टी से हमला किया है जिससे छोटू को कान में चोट आई है। संजय सारंग के खिलाफ जेल मैनुअल के तहत कार्यवाही की जा रही है। जेल नियम के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही दोनों की निगरानी बढ़ाने के साथ उनके बैरक अलग-अलग कर दिए गए है।
अखिलेश तोमर, जेल अधीक्षक