इसमें रेलवे स्पान की ड्राइंग और डिजाइन के साथ तकनीकी मंजूरी होती है, जो ब्रिज निर्माण के दौरान निर्माण एजेंसी को विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है. आईडीए एमआर 12 सड़क पर केलोद हाला गांव के रेलवे क्रॉसिंग पर ब्रिज निर्माण करेगा. उक्त ब्रिज निर्माण के लिए रेल विभाग की मंजूर अनिवार्य थी. पिछले छह महीने से ब्रिज का टेंडर प्रक्रिया इसलिए ही रुकी थी. अब आईडीए नवरात्रि में रेलवे से एनओसी मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू कर जल्दी निर्माण कार्य भी चालू कर देगा.बताया जाता है कि उक्त ब्रिज को आईडीए सिंहस्थ के कारण 2027 मार्च में निर्माण पूरा करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है. संभवतः अप्रैल अंत तक टेंडर प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
क्यों जरूरी है एमआर 12 का ब्रिज
एमआर 12 सड़क और रेलवे ओवर ब्रिज इसलिए जरूरी है कि उक्त सड़क 250 फीट चौड़ी बनेगी. साथ ही उज्जैन रोड पर आने और जाने वाले वाहन सीधे बायपास पर पहुंच जाएंगे. इससे सिंहस्थ में यातायात व्यवस्था को सुगमता मिलेगी. भौरासला चौराहे से सीधे बायपास और बायपास से सीधे उज्जैन रोड पर आने के लिए नई सड़क मिल जाएगी. शहर में यातायात का दबाव कम होगा.