नयी दिल्ली 22 मार्च (वार्ता) देश के कृषि निर्यात को बढ़ावा देते हुए मुजफ्फरनगर के शामली का 30 मीट्रिक टन (एमटी) जीआई-टैग वाले गुड़ की खेप को बंगलादेश को निर्यात के लिए रवाना किया गया है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने आज यहां कहा कि मुजफ्फरनगर अपने उच्च गुणवत्ता वाले गन्ने के लिए प्रसिद्ध क्षेत्र है। एपीडा के तत्वावधान में बासमती निर्यात विकास फाउंडेशन (बीईडीएफ) ने 30 जनवरी, 2025 को गुड़ की खेप को रवाना किया।
इस अवसर पर शामली के विधायक प्रसन्न चौधरी, बीईडीएफ (एपीडा) के संयुक्त निदेशक डॉ. रितेश शर्मा, सहारनपुर मंडल के एएएमओ राहुल यादव और बृजनंदन एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के अध्यक्ष संदीप चौधरी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
यह पहल किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) और किसान उत्पादक कंपनियों (एफपीसी) के माध्यम से पश्चिमी उत्तर प्रदेश से बंगलादेश को गुड़ के सीधे निर्यात की शुरुआत का प्रतीक है। इस अवसर पर शामली के विधायक ने मुजफ्फरनगर और शामली में उत्पादित गुड़ की बेहतर गुणवत्ता पर प्रकाश डाला, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में काफी मांग है।
एपीडा के अध्यक्ष अभिषेक देव के दृष्टिकोण की चर्चा करते हुए बीईडीएफ के संयुक्त निदेशक ने प्रत्यक्ष कृषि निर्यात के लिए एफपीओ को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि कृषक समुदाय को अधिकतम लाभ सुनिश्चित हो सके।
2023 में गठित बृजनंदन एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी (एफपीसी) में 545 सदस्य हैं, जिनमें दो महिला निदेशक भी शामिल हैं। एफपीओ गुड़, गन्ना उत्पाद, बासमती चावल और दालों के निर्यात में लगा हुआ है। बीईडीएफ से प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता के साथ, इसके सदस्य अंतर्राष्ट्रीय उत्पादन और निर्यात मानकों को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं।