भोपाल, (वार्ता) मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी की ओर से एक लिखित शिकायत प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को की गई है, जिसमें केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक कूटरचित वीडियो को बनाने वाले व्यक्ति पर कार्रवाई किए जाने तथा कूटरचित वीडियो पर रोक लगाने की मांग की गयी है।
भाजपा के न्यायिक एवं निर्वाचन विभाग के प्रभारी मनोज द्विवेदी, सह प्रभारी अशोक विश्वकर्मा एवं विधि प्रकोष्ठ के निमिष अरजरिया द्वारा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को की गई शिकायत में कहा गया है कि केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह का एक कूटरचित वीडियो वी-6 नामक तेलुगु समाचार चैनल पर प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें गृह मंत्री को एससी, एसटी एवं ओबीसी के आरक्षण के बारे में टिप्पणी करते हुए दिखाया गया है।
शिकायत में कहा गया है कि वास्तव में श्री शाह ने ऐसा कभी नहीं कहा।
यह वीडियो जानबूझकर एससी, एसटी एवं ओबीसी समाज को भ्रमित करने की मंशा से प्रसारित किया जा रहा है।
शिकायत में मांग की गई है कि कूटरचित वीडियो बनाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाए तथा वीडियो के प्रसारण पर तत्काल रोक लगायी जाए।
वहीं, एक अन्य शिकायत में दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग के परिवार की पहचान उजागर करने को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
शिकायत में कहा गया है कि दुष्कर्म पीड़िता की पहचान को गोपनीय रखने के लिए भारतीय दंड संहिता में प्रावधान किया गया है।
इसके बावजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों के साथ अपने फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं।
इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है-अलीराजपुर के जोबट में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता 11 वर्षीय आदिवासी नाबालिग के परिजनों के साथ मुलाकात कर ढांढस बंधाया।
प्रदेश सरकार से अनुरोध है कि सभी आरोपियों को कठोर से कठोर सजा देकर बेटी और उसके परिवार को न्याय दिलाया जाए।
इस दौरान विधायक विक्रांत भूरिया, विधायक प्रतिनिधि महेश पटेल, पूर्व विधायक मुकेश पटेल उपस्थित रहे।
शिकायत में मांग की गई है कि श्री पटवारी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, अनुसूचित जाति/जनजाति उत्पीड़न निवारण अधिनियम तथा अन्य प्रावधानों के तहत कार्रवाई के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए जायें।