अजब-उत्सव: प्रत्याशियों से ज्यादा प्रशासन बहा रहा पसीना!

खंडवा: लोकसभा चुनाव की रंगत जम नहीं पा रही है। इस बार का चुनाव नए रिकॉर्ड बनाएगा। प्रत्याशियों से ज्यादा प्रशासन पसीना बहा रहा है। हालात इसी से समझ में आते हैं कि बीएलओ जैसे जमीनी कर्मचारी और पटवारी पर मतदान कराने की जिम्मेदारी ढोल दी गई है। जो बीएलओ निर्धारित से अधिक मतदान कराएगा, उसे 1000 के इनाम की घोषणा की गई है। पिछले चरणों में हुए मतदान की कमी को देखकर और कडक़ रवैया अपनाया जा रहा है। कलेक्टर जैसे अफसर के माथे से दिनभर पसीना नहीं सूख पा रहा है।
मतदाताओं का उखड़ा अंदाज
मतदाताओं के उखड़े हुए अंदाज से दोनों दलों के प्रत्याशियों को समझ नहीं आ रहा है, कि चुनाव कैसे लड़ें? बिना नेतृत्व वाली सेेेना (कार्यकर्ता) भी परेशान हैै। कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं मिल रही है। सोशल साइट पर कांग्रेस एवं बीजेपी समर्थकों की फौज सक्रिय है। वे बिना रणक्षेत्र में जाए ही शहीद का दर्जा हासिल करना चाह रही है। भीतरघाती भी सक्रिय हैैं।
लंबी प्रतीक्षा के बाद चुनाव आया, लेकिन कार्यकर्ताओं की परख न कांग्रेस प्रत्याशी कर रहे हैैं, न ही बीजेपी वाले। भाजपा और कांग्रेस के कार्यालय सूने पडे हैं।
बिना प्लानिंग
घूम रहे प्रत्याशी
नाम वापस लेने की तिथि 29 अप्रैल है। मतदान 13 मई को होगा। मतगणना 4 जून को होगी। मतदान को मुश्किल से 15 दिन बचे हैैं। कम समय के कारण प्रत्याशी भी बिना प्लानिंग घूम रहे हैैं। इनके लोग मतदाताओं तक न जाकर बूथवार योजना बना रहे हैैं। गुपचुप प्लानिंग का शार्टकट जिसका मजबूत होगा, वही बाजी मार सकता है।
मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के प्रयास
जिले में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। सभी मतदान केंद्रों पर कार्ययोजना बनाकर मतदान प्रतिशत वृद्धि हेतु मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है।
सवालों से बचते प्रत्याशी
चुनावी मौसम में मीडिया के सवालों और गर्मी की तपन दोनों से दोनों ही प्रत्याशियों बच रहे हैं। जिला पावर हब बन गया है लेकिन बेरोजगारी, कुपोषण, शिक्षा, पेयजल एवं मूलभूत सुविधाओं के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में जल समस्या विकराल रूप लेती जा रही है। नल जल योजना में अरबों रुपए कहां गए पता नहीं चला।

50 बीएलओ पाएंगे 1000 रुपए
अब कलेक्टर ने समस्त बीएलओ को कहा है कि जो भी बीएलओ पिछले लोकसभा निर्वाचन में मतदान के प्रतिशत से 5 प्रतिशत बढ़ाकर मतदान करवाएंगे,उन्हें 15 अगस्त पर पुरूस्कृत किया जाएगा। जो बीएलओ अपने क्षेत्र के मतदान में 5 प्रतिशत से भी अधिक वृद्धि करवाएंगे,ऐसे टॉप 50 बीएलओ को 1-1 हजार रूपये से पुरूस्कृत किया जाएगा।

मतदाता भ्रमित, किसे चुनें?

इस लोकसभा सीट से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल और कांग्रेस के प्रत्याशी नरेंद्र पटेल आमने आमने हैं। खण्डवा लोकसभा क्षेत्र में कुल 20 लाख,96 हजार 901 मतदाता हैं। जिसमें से मांधाता विधानसभा क्षेत्र में 2,17,498 मतदाता , जबकि खण्डवा विधानसभा क्षेत्र में 2,72,920 तथा पंधाना विधानसभा क्षेत्र में 2,83,797 मतदात,इसके अलावा बागली विधानसभा क्षेत्र में 2,55,319 मतदाता, नेपानगर विधानसभा क्षेत्र में 2,64,171 मतदाता, बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र में 3,22,453 मतदाता, भीकनगांव विधानसभा क्षेत्र में 2,48,842 मतदाता तथा बड़वाह विधानसभा क्षेत्र में 2,31,901 मतदाता शामिल हैं।

चुनावी शोरगुल नहीं

जिला मुख्यालय पर दोनों ही प्रत्याशियों के कार्यालय तो खुले हैं, लेकिन बिना कार्यर्कर्ताओं के सूने नजर आ रहे हैं। न ही सडक़ों पर चुनावी शोर है। न ही होर्डिंग नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि मतदाता में चुनाव को लेकर कोई हलचल नहींदेखी जा रही है।

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