इंदौर: इंदौर-इच्छापुर फोर लेन सड़क में भेरू घाटे के आगे चोरल टनल का काम शुरू हो गया है. टनल का काम थ्री लेयर सिक्योरिटी के साथ किया जा रहा है. उक्त टनल में बचे हिस्से का काम शुरू होने से सड़क का काम जल्दी पूरा होने उम्मीद बढ़ गई है.इंदौर-इच्छापुर फोर लेन सड़क पर चोरल के तलाई नाका की टनल का काम बंद पड़ा था. गांव में रहवासियों को समझाइश के बाद टनल का काम शुरू कर दिया गया है. उक्त टनल के आर पार होने के साथ 12 सौ करोड़ की सड़क का काम समय पर पूरा होने की उम्मीद बढ़ गई है. इंदौर-इच्छापुर फोर लेन सड़क पर तीन टनल बनाई जा रही है.
इसमें दो टनल एनएचएआई ने पूरी कर दी है और उनकी फिनिशिंग का काम अंतिम दौर में चल रहा है. इंदौर से इच्छापुर 190 किलोमीटर फोर लेन सड़क एनएचएआई द्वारा बनाई जा रही है. उक्त सड़क पर वन क्षेत्र और पहाड़ी इलाकों के कारण तीन टनल निर्मित की जाना प्रस्तावित किया गया था. इसमें 5 सौ मीटर की एक, करीब 400 सौ मीटर की दूसरी ओर तीसरी टनल चोरल गांव के समीप 3 सौ मीटर की बनाई जाना है. पहली दोनों टनल को आर पार कटने काम पूरा हो गया है. चोरल टनल को आर पार करने के दौरान ब्लास्ट से तलाई नाका गांव के कुछ घरों में दादर पढ़ गई थी. ग्रामीण रहवासियों ने विरोध कर काम रुकवा दिया. इसके बाद एनएचएआई ने दूसरी तकनीक से टनल आर पार की तैयारी कर ली, लेकिन रहवासी मानने को तैयार नहीं थे. इसके कारण 12 सौ करोड़ की लागत से बनाईं जा रही 4 लेन सड़क का काम अटका हुआ था.
सिर्फ सौ मीटर का हिस्सा बचा
एनएचएआई के सूत्रों ने बताया था कि चोरल टनल में भी सिर्फ 100 सौ मीटर का हिस्सा बचा है और उसमें नई तकनीक से बिना ब्लास्ट के टनल का दूसरा हिस्सा खोल दिया जाएगा. साथ ही ग्रामीणों के मकानों पर कोई विपदा या असर नहीं आएगा. एनएचएआई के अधिकारियों ने ग्रामीणों के भरोसा दिलाया कि अब ब्लास्ट नहीं होगा. इसके बाद तलाई नाका गांव के ग्रामीण और रहवासी काम शुरू करने पर सहमत हो गए.
थ्री लेयर सिक्योरिटी का इंतजाम
एनएचएआई के रीजनल प्रोजेक्ट डायरेक्टर सोमेश बाँझल ने बताया कि चोरल टनल का काम शुरू कर दिया गया है. इसके लिए थ्री लेयर सिक्योरिटी का इंतजाम किया गया है. इसके बाद ग्रामीणों के मकानों पर कोई असर नहीं आएगा. रहवासी काम शुरू करने पर सहमति दे चुके हैं