० राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के स्पेशल मानीटर की बैठक आयोजित
नवभारत न्यूज
सीधी 26 अप्रैल। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली के चीफ मॉनीटर बालकृष्ण गोयल की अध्यक्षता में सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन कर मानवाधिकार, बाल संरक्षण, पोस्को एक्ट, जेजे एक्ट, वृद्ध जनों के अधिकार, जेल में निरूद्ध कैदियों के अधिकारों आदि पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी, पुलिस अधीक्षक डॉ.रवीन्द्र वर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
चीफ मॉनीटर श्री गोयल ने सर्वप्रथम राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के गठन तथा कार्यों के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग मानव अधिकारों के उल्लंघन को किसी भी स्तर पर बर्दास्त नहीं करता है। हम सभी को अपने कार्य क्षेत्र में मानव अधिकारों के संरक्षक के रूप में सचेत होकर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करना हमारी जिम्मेदारी है। कई बार लोग जानकारी के अभाव में शोषण और उत्पीडऩ का शिकार होते हैं। जन जागरूकता से शोषण एवं उत्पीडऩ से उनका बचाव किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पीडि़त व्यक्ति राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग कर सीधे अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। आयोग शिकायतों को संज्ञान में लेकर तत्परता से कार्यवाही करती है। श्री गोयल ने सभी विभागों को आपसी समन्वय बनाकर एक टीम के रूप में सकारात्मक वातावरण में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने पोस्को एक्ट, जेजे एक्ट, लैंगिक उत्पीडऩ, बाल श्रम, बंधुआ मजदूरी, मानव व्यापार, भिक्षावृत्ति आदि के विषय में जन चेतना लाने के निर्देश दिए हैं। विद्यालयों में गुडटच, बैडटच के विषय में बच्चों को समझाइस देने की बात कही हैं। उन्होंने शासकीय संस्थाओं, विद्यालयों, छात्रावासों, चिकित्सालयों, बाल सुधार गृह, जेल, वृद्धाश्रम आदि के संचालन मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशील रहकर करने के लिए निर्देशित किया। चीफ मॉनीटर ने बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर परिणाम के लिए जिले की टीम को शुभकामनाएं भी दी तथा सभी विभागों को नवाचार करने के लिए प्रोत्साहित किया। इसी प्रकार खेलो एमपी यूथ गेम्स में जिले के प्रदर्शन की सराहना भी की। कलेक्टर श्री सोमवंशी ने कहा कि मानव अधिकार हम सभी के जीवन में महत्वपूर्ण है। यह हमें गरिमामय जीवन सीने का अधिकार देता है। मानव अधिकारों के संरक्षण के रूप में शासकीय सेवकों तथा संस्थाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। पीडि़त के अधिकारों की रक्षा के लिए दोषियों को भी विहित प्रावधानों का पालन करते हुए सजा दी जाती है। उनके मानवाधिकार को भी ध्यान में रखा जाता है। कलेक्टर ने पूरी टीम की ओर से आश्वस्त किया है कि सभी अधिकारी मानव अधिकारों के प्रति सजग रहकर अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन करेंगे।
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बैठक में इनकी रही खास उपस्थिति
बैठक में सीईओ जिला पंचायत राहुल धोटे, जेल अधीक्षक रविशंकर सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविन्द श्रीवास्तव, एसडीएम प्रिया पाठक, एसडीओपी गायत्री तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी आर.सी.त्रिपाठी, सीएमएएचओ डॉ.आई.जे.गुप्ता, सहायक आयुक्त डॉ.डी.के.द्विवेदी, सहायक संचालक अवधेश सिंह, एपीसी रमसा डॉ.सुजीत मिश्रा, सीएमओ मिनी अग्रवाल सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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