नवभारत न्यूज
सिंगरौली 23 फरवरी। एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में वीआईपी कल्चर बंद कर दिया। तो वहीं कई बार मंच से अपने पार्टी के नेताओं को वीआईपी मानसिकता पर नसीहत दी। लेकिन यहां तो अपने ही पार्टी के नेताओं की मनसा पर पानी फेर रहे एवं नियमों की धज्जियां उड़ा रहे।
मध्यप्रदेश की सत्ता पर काबिज भाजपा के कई नेता गाड़ी में हुटर लगाकर अपने दबदबे और प्रभाव को दिखा रहे हैं। तो वही जिले में भाजपा के कई छुट भैया नेताओं ने अपनी गाड़ी में हूटर लगाकर क्षेत्र में अपना प्रभाव तथा रौब दिखाने में कमी नही कर रहे हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि पुलिस इन नेताओं की गाड़ी से हूटर हटाने एवं कार्यवाही करने की हिम्मत कब जुटा पाएगी। जबकि हूटर सिर्फ आपातकालीन सेवाओं में इस्तेमाल होने वाले वाहन जैसे एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस के वाहन में लग सकते हैं। वही अन्य कोई व्यक्ति अपने गाड़ी में हूटर लगात है। तो मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालानी कार्यवाही एवं गाड़ी जप्त करने का नियम है। वही सांसद विधायक जैसे बड़े पदों पर बैठे लोगों के लिए भी गाड़ी में हूटर लगाने की अनुमति नही है। फिर भी जिला मुख्यालय बैढ़न समेत जिले के कस्बे एवं नगर में कई भाजपा नेताओं के वाहनों में हूटर का लगना आमबात हो गई हैं। वाहनों से हूटर हटाने के लिए पुलिस भी साहस नही जुटा पा रही हैं।