थाना बटकाखापा क्षेत्र का मामला, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ किया प्रकरण दर्ज
छिंदवाड़ा. थाना बटकाखापा क्षेत्र के एक गांव में बुधवार-गुरुवार की रात डेढ़ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है. शादी समारोह में गए एक युवक ने डेढ़ वर्ष की मासूम को अपनी हवस का शिकार बना लिया. पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया हैं वहीं मासूम का जिला अस्पताल में उपचार किया जा रहा है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चौकी सिंगोड़ी क्षेत्र के एक गांव से बारात थाना बटकाखापा क्षेत्र के एक गांव में गई थी, जिसमें बाराती बनकर छिंदवाड़ा निवासी 25 वर्षीय युवक भी शामिल था. बारात गांव पहुंची और रात करीब 3 बजे जय माला होने लगी, सारा गांव उसमें व्यस्त था कि तभी आरोपी युवक पीडि़त बच्ची के घर घुस गया और कमरे में सो रही डेढ़ साल की मासूम के साथ दुष्कर्म किया. बच्ची की जोर से रोने की आवाज सुनकर छत पर खड़ी उसकी नानी नीचे आई तो आरोपी युवक उन्हें देखकर वहां से भाग निकला. बच्ची की नानी जब कमरे में गई तो लहूलुहान बिटिया को देखकर शोर मचाया तब अन्य परिजन भी वहां आ गए और फिर उन्होंने देर रात मासूम को उपचार के लिए हर्रई अस्पताल लेकर गए जहां उसका प्रथमिक उपचार करने के जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. जहां मासूम का उपचार किया जार रहा है.
ग्रामीणों ने आरोपी की पिटाकर कमरे किया बंद ०००००
वारदात को अंजाम देकर आरोपी युवक गांव से भाग रहा था तब को ग्रामीणों ने उसका लगभग 2 किलोमीटर तक पीछा कर उसे पकड़ लिया. आरोपी को पकडऩे के बाद ग्रामीणों ने उसे पिटाई कर सबख शिखया और उसे गांव में लाकर एक कमरे में बंद कर दिया और इस बात की सूचना पुलिस को दे दी. सूचना मिलने पर जब पुलिस गांव में पहुंची तो ग्रामीणों ने पुलिस को पूरी जानकारी देते हुए आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया है. हालांकि तब तक बच्ची के परिजन गंभीर हालत में उसे लेकर हर्रई तक पहुंच गए थे जहां थाने में शिकायत के बाद बच्ची का उपचार हर्रई अस्पताल में कराया गया. पुलिस ने आरोपी युवक के विरूद्ध धारा 376 (एबी)376 (2) जे, 450भादावी 5(6)पास्को एक्त के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है.
6 घंटे बाद शुरू हुआ मासूम का उपचार ००००००
जिला अस्पताल भले ही मेडि़कल कॉलेज बना दिया गया है लेकिन आज भी अस्पताल में वहीं भर्राशाही जारी है. आज भी समय पर डॉक्टर वार्डो में नही पहुंचे. अस्पतातल में सैकड़ो डॉक्टर होने के बाद भी लोगों को इलाज के लिए घंटो तरसना पड़ता है तब कहीं जानकर उन्हें उपचार मिलता है. पीडि़ता के परिजनों ने बताया कि एक डेढ़ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात के बाद जब बच्ची को सुबह 6:00 बजे जिला अस्पताल पहुंचाया गया तो उसका उपचार 12:00 बजे तक शुरू नहीं हो पाया. दोपहर बाद बच्ची का उपचार शुरू किया गया . मतलब मासूम को 6 घंटे बाद उपचार मिल सका. अब आप ही सोच सकते है कि जिला अस्पताल में आज भी लापरवाही चरमसीमा में पहुंच गई है और इस ओर संबंधित अधिकारियों का कोई ध्यान ही नही है.