भाजपा में आने वाले दिनों में बड़े परिवर्तन देखने को मिलेंगे। दिल्ली चुनाव के बाद प्रदेश भाजपा को नया अध्यक्ष मिलेगा. राष्ट्रीय स्तर पर भी संगठन में नया निज़ाम स्थापित होगा क्योंकि पार्टी जेपी नड्डा का भी उत्तराधिकारी चुनेगी. इसी के साथ मु्ख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने संकेत दिए हैं कि प्रदेश मंत्रिमंडल का भी विस्तार हो सकता है. दरअसल, वन मंत्री के रूप में चुनाव लड़े रामनिवास रावत के हार के बाद वन जैसा मलाईदार विभाग लेने के लिए मंत्रियों में होड़ मच गई है.
खासतौर पर विंध्य, बघेलखंड और महाकौशल के मंत्री इस विभाग के चक्कर में है. रामनिवास रावत से पूर्व वन मंत्री रहे नागर सिंह चौहान ने तो बाकायदा फिर से मीडिया के सामने अपनी इच्छा जाहिर कर दी है. सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव अपने मंत्रिमंडल का विस्तार और विभागों में फेरबदल फरवरी के अंत में कर सकते हैं.
दरअसल, सभी 62 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं. जानकारों का कहना है कि अब कैबिनेट विस्तार लेट फरवरी में होने की संभावना है. सूत्रों के अनुसार, फरवरी में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं. इसके अलावा निगम, मंडल, प्राधिकरण और आयोगों में राजनीतिक नियुक्तियों पर भी निर्णय होने की संभावना है. अमरवाड़ा से भाजपा के टिकट पर उपचुनाव जीतकर आए कमलेश शाह भी मंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं. चुनाव के दौरान भाजपा नेतृत्व ने उन्हें आश्वासन दिया था, इसके चलते शाह अपनी दावेदारी को लेकर सक्रिय हैं.