जबलपुर: शनिवार को ही भारी बारिश के कारण जिले में रखी हजारों क्विंटल धान भीग जाने से खराब हो चुकी है। जिसके चलते किसानों और शासन को भी लाखों रूपये नुकसान हुआ है। वहीं कलेक्टर दीपक सक्सेना पनागर के एक वेयरहाउस में पहुंचे और वहां खरीदी केंद्र का जायजा लिया। जिसमें कलेक्टर ने खरीदी केंद्र में खरीदी हुई धान की वसूली समिति प्रबंधक से करने के निर्देश दिए है।
जानकारी के अनुसार कलेक्टर दीपक सक्सेना ने पनागर विकासखंड के ग्राम कालाडूमर स्थित नर्मदा एग्रो वेयर हाउस का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने उपार्जित धान का निरीक्षण किया साथ ही बेमौसम बारिश से गीली हुई धान की जानकारी ली। उन्होंने समिति प्रबंधक से कहा कि सभी बारदानों में टेग लगायें ताकि यह पता चल सके की किस किसान के धान खरीदी गई है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि उपार्जित धान खराब हुई तो समिति प्रबंधक से इसकी वसूली की जायेगी। इस दौरान एसडीएम अभिषेक सिंह,संयुक्त कलेक्टर पुष्पेन्द्र अहके, डीएम नॉन दिलीप किरार, सहायक आपूर्ति अधिकारी संजय खरे सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
3400 क्विंटल धान हुई है गीली
जानकारी के अनुसार नर्मदा एग्रो वेयर हाउस खरीदी केन्द्र में अभी तक 45 हजार क्विंटल धान खरीदी जा चुकी है। जिसमें 24 हजार क्विंटल धान वेयर हाउस में रखा जा चुका है और 33 प्रतिशत एक्सेप्टेंश जारी की जा चुकी है। बेमौसम बारिश से 3400 क्विंटल धान गीली हुई है, जिसको धूप निकलने पर सुखाया जाएगा।
उपार्जित धान मिलर्स करें ट्रांसपोर्टेशन
कलेक्टर ने निर्देश दिए है कि उपार्जित गीली धान को सुखाने व अपग्रेड करने का काम करें और गीली धान को छोडक़र सभी एक्सेप्टेंश जारी करें ताकि किसानों का भुगतान हो जाये। उपार्जित धान की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुये कहा कि मिलर्स को ट्रांसपोर्टेशन का कार्य करायें साथ ही वेयर हाउस में भी रखवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि सभी बोरों में लाल स्याही से सीरियल नंबर भी लिखें।