कुवैत सिटी, 21 दिसम्बर (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां गल्फ स्पिक लेबर कैंप का दौरा किया जहां 90 फीसदी से अधिक प्रवासी भारतीय कामगार हैं और उनसे बातचीत की।
इससे पहले में भी प्रधानमंत्री द्वारा विदेशों में भारतीय कामगारों से मुलाकात के कई उदाहरण सामने आए हैं। कुवैत में प्रवासी भारतीय समुदाय की अच्छी-खासी मौजूदगी है। कुवैत में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय भारतीय हैं, जिनकी संख्या करीब 10 लाख है और जो कुवैत के विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद हैं।
इस वर्ष कुवैत अग्नित्रासदी में 40 से अधिक भारतीय नागरिक मारे गए और 50 से अधिक घायल हुए थे। इसके बाद प्रधानमंत्री ने एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की थी और प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक भारतीय नागरिकों के परिवारों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी।
भारत और कुवैत ने 2021 कुवैत में भारतीय घरेलू कामगारों के कल्याण और अधिकारों को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते ने श्रमिकों और नियोक्ताओं के बीच एक निष्पक्ष और संतुलित संबंध स्थापित किया तथा श्रमिकों के अधिकारों की सुरक्षा और स्थानीय कानूनों के अनुपालन पर ध्यान केंद्रित किया गया।
प्रधानमंत्री ने 2016 में सऊदी अरब के रियाद में एलएंडटी श्रमिकों के आवासीय परिसर का दौरा किया था। उन्होंने रियाद में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के अखिल महिला आईटी और आईटीईएस केंद्र का भी दौरा किया। उसी वर्ष श्री मोदी ने कतर के दोहा में श्रमिकों के शिविर का दौरा किया।
इससे पहले 2015 में श्री मोदी ने आबूधाबी में एक श्रमिक शिविर का दौरा किया था, जहाँ उन्होंने प्रवासी श्रमिकों के कल्याण के लिए भारत की चिंता को उजागर किया था। उन्होंने शिविरों में भारतीय श्रमिकों से बातचीत की और उनकी समस्याओं के बारे में जाना और इस बात पर चर्चा की कि भारत सरकार किस तरह से उनकी मदद कर सकती है।
श्री मोदी सुरक्षित और कानूनी प्रवास सुनिश्चित करने की दिशा में भी लगातार काम कर रहे हैं।