इंदौर: प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए जितने कड़े कदम राज्य शासन उठा रही है. उससे दस कदम नशा माफियां आगे चल रहे हैं. यहां दो बातें तो साफ है या तो शासन की मुहिम दिखावे भर है या फिर घर का भैदी लंका ढाए यानी पुलिस खुद भागीदार है. इन दो बातों के कारण आज छोटे बच्चों के हाथों में नशा पहुंच चुका है.पूरे शहर के वार्डों में अगर शुरूआत की जाए चंदन नगर की तो वार्ड क्रमांक दो में नशे को लेकर गंभीर दृश्य देखने को मिल रहे है. क्षेत्र में ज़ोरो पर नशाखोरी हो रही है.
शाम होते ही अंधेरी गलियों और सुनसान जगहों पर नशा करते युवा दिखाई दे रहे हैं. चिंता की बात तो यहां है कि क्षेत्र के आठ-दस वर्षों के मासूम बच्चे अब सिगरेट की लत में पड़ चुके हैं. इन बच्चों को हाथों में जलती सिगरेट लिए सुबह और शाम आसानी से देखा जा सकता है. यह छोटा नशा इन छोटे बच्चों को अंधकार की तरफ ले जा रहा है. लापरवाही का नतीजा यह होगा कि यहां बच्चों के हाथों में नशा माफिया बड़ा नशा थमा देंगे. क्षेत्र में नशाखोरी और नशा माफियाओं का जाल बढ़¸ते जा रहा है. जबकि पुलिस तंत्र के माध्यम से उन्हें पता होता है कि कौन, कहां नशे का व्यापार कर रहा है. वहीं दूसरी तरफ देखा जाए तो चंदन नगर पुलिस और इस क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक भी इसको गंभीरता से क्यों नहीं ले रहे हैं यह बड़ा सवाल है.
इनका कहना है
इसे गंभीरता से लेते हुए राज्य शासन को नशे के खिलाफ दोबारा से कड़े कदम उठाना चाहिए. वार्ड का ही नहीं इस अभियान में देश का प्रत्येक नागरिक राज्य और केंद्र सरकार के साथ खड़ा है.
– मेहताब अहमद
हम जागरूक नागरिक बनेंगे और नशाखोरी और नशे का व्यापार पर पाबंदी करने के लिए हम जागरूक अभियान चलाएंगे. इस तरह से ही शहर में और प्रदेश में मुहीम बढ़ेगी और बच्चों का भविष्य सुरक्षित होगा.
– मुदस्सर नागौरी
आज का समय शिक्षा का है. अगर बच्चे शिक्षा से दूर हुए तो देश के बच्चों का भविष्य खतरे में रहेगा. हम सभी को मिलकर कोशिश करना चाहिए कि नशा हर वार्ड मुक्त बनाया जाए.
– मोहम्मद इरफान
क्षेत्र की निगरानी करेंगे
बेहद चिंताजनक बात है. इसे हमने गंभीरता से लिया है. हमारे वार्ड से लगे हुए आसपास के क्षेत्र से नशा माफिया सक्रिय होकर हमारे क्षेत्र में नशा बेच रहे हैं. हम सुबह और शाम क्षेत्र की निगरानी करेंगे. स्कूलों में छात्र-छात्राओं के बीच पहुंचकर उन्हें जागरूक करेंगे. इसके अलावा पान एवं किराने की दुकानों पर यहां जानकारी पहुंचाएंगे कि वह किसी भी नाबालिग बच्चों को सिगरेट ना दे. इसके अलावा क्षेत्र में समय-समय पर नशा जागरूकता शिविर भी लगाया जाएगा.
– फातिमा खान पार्षद