भाजपा को जनता की नहीं 50 प्रतिशत की चिंता है
छिन्दवाड़ा,भाजपा के केंद्रीय नेताओं के इशारों पर अनेकों छोटे-बड़े तथाकथित व कुत्सित नेताओं का छिंदवाड़ा आना जारी है, लेकिन यह भाजपा की करनी का फल ही है कि इनका हर रंगा हुआ व्यक्ति जिले की जनता के सामने आते ही अपना रंग छोड़ रहा है और इस बौखलाहट का मूल कारण 50 प्रतिशत कमीशन का सार्वजनिक हो जाना है।
जिसे दबाने और छिपाने के प्रयास किए जा रहे, लेकिन गृहमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री और अपनी साख बचाने में लगे अन्य मंत्री जनता की हर परीक्षा में फेल हो रहे हैं। भाजपा सरकार के पास अब केवल पैसा, पुलिस और प्रशासन है लेकिन जनता नहीं।
पांढुर्ना के कौडिया व बनगांव में आयोजित विशाल जनसभाओं को सम्बोधित करते हुये व्यक्त किये। उन्होंने अपने उदबोधन में आगे कहा कि नगर एवं जिले में भाजपा के केंद्रीय, प्रादेशिक तथा हताश व थके हुए जिला नेतृत्व द्वारा रोज एक तमाशा प्रस्तुत किया जा रहा है जो उनकी संभावित हार को निश्चित हार में बदलने के लिए पर्याप्त है। भाजपा की नाकामी, जनता से बढ़ती दूरी और प्रदेश में हुए और किए जा रहे घपले व घोटालों पर भाजपा को घेरते हुए सांसद नकुलनाथ ने कहा कि जाति सत्ता और डूबते कमीशन से भाजपा के आयातित नेता बौखला गए हैं और हर दिन भाजपाई संस्कारों का एक नमूना प्रस्तुत कर रहे हैं।
बिना कोई जांच और बिना रोक-टोक के भाजपा ने प्रदेश को घोटाला लोक बना दिया है अब तक प्रदेश में डम्पर घोटाला, व्यापम घोटाला, 650 करोड़ का नर्मदा वृक्षारोपण घोटाला, तीन हजार करोड़ का ई. टेंडर घोटाला, सिंहस्थ घोटाला, कन्यादान घोटाला, कारम डैम घोटाला, पोषण आहार घोटाला, उज्जैन में महाकाल लोक घोटाला, 2500 करोड़ का सोयाबीन घोटाला, भावांतर घोटाला, चप्पल घोटाला, शिक्षक भर्ती घोटाला, ड्रेस घोटाला, सीएम राईस स्कूल का कबाड़ घोटाला और राशन घोटाले सहित अनेक मामले जनता के सामने उजागर हो चुके हैं। सार्वजनिक हुये इन घोटालों से भाजपा नेताओं के पेट का दर्द बढ़ गया है उन्हें चिंता है कि छिंदवाड़ा में अपने छुटभैयों पर किया जाने वाला खर्च कहां से निकालेंगे।
सांसद नकुलनाथ ने अपने उदबोधन में आगे कहा कि भाजपा की सारी फर्जी यात्राएं, वादे, घोषणा और कांग्रेसजन सहित आमजन पर की गई जबरिया कार्यवाही, आदिवासियों पर अत्याचार व दुर्दशा और महिलाओं से हुए दुराचार के बाद भी भाजपा सुशासन की बात करती है। एक बार फिर भाजपाइयों की भरमार हमारे जिले में हो गई है जैसे विधानसभा चुनाव में हुई थी, इसके बाद ये उड़े तो चार माह बाद पुन: लौटे हैं। मुझे पूरा विश्वास है मेरे संसदीय क्षेत्र के परिवारजनों पर कि इस बार ऐसे उड़ायेंगे कि दोबारा लौटकर नहीं आयेंगे।