सीहोर, भोपाल, 13 दिसंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के आष्टा के चर्चित कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी का शव आज उनके घर पर फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिलने से सनसनी फैल गयी। ये परिवार केंद्रीय जांच एजेंसियों के रॉडार पर भी था।
पुलिस सूत्रों ने प्रारंभिक जांच के हवाले से कहा कि ये मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच की जा रही है।
सूत्रों ने कहा कि कारोबारी के ठिकानों पर एक सप्ताह पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दल ने दविश दी थी। इसके बाद से वह कथित रूप से परेशान थे। घटनास्थल से एक पत्र मिलने की बात भी सामने आयी है, लेकिन इसमें क्या लिखा है, इसका खुलासा नहीं हो सका। आष्टा के शांतिनगर में निवास करने वाले कारोबारी मनोज परमार(39) और उनकी पत्नी नेहा परमार(35) के शव शुक्रवार को उनके घर पर फांसी के फंदे पर लटकते हुए मिले। इस बात की खबर परिजनों ने पुलिस को दी। देखते ही देखते उनके घर के चारों और काफी संख्या में भीड़ जमा हो गई।
ईडी की टीम ने एक सप्ताह पहले कारोबारी परमार के इंदौर और सीहोर जिला स्थित चार ठिकानों पर छापा मारा था। यहां से कथित तौर पर कई चल-अचल और बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज जप्त किए गए हैं। कार्रवाई एक बैंक में करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी से जुड़ा बताया गया है।
बताया जाता है कि ईडी के छापा मारने की कार्रवाई के बाद से कारोबारी परमार का परिवार काफी परेशान था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को “गुल्लक” भेंटकर परिजन चर्चा में आए थे। मनोज के तीन बच्चे हैं। पुत्र जतिन का आरोप है कि ईडी की कार्रवाई से परेशान माता पिता ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है।
इस बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी खबर मिलते ही आष्टा पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों और परिजनों से मामले का जानकारी ली। आष्टा पुलिस का कहना है कि कारोबारी दंपत्ति परमार ने अपने ही घर में आत्महत्या की है। उनके घर से टाइप किया हुआ पत्र मिला है, जिसे कब्जे में ले लिया गया है। इस मामले की जांच की जा रही है।