– किराये से ऑफिस लेकर फायनेंस कंपनी खोली
– कर्मचारियों को नौकरी देकर बड़ी राशि एकत्रित कर फरार
रतलाम। पुलिस ने लोन के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी करने वाले गुजरात के आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी ने फिल्मी तरिके से धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया था।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार फरियादी गिरीश मेहता निवासी स्टेशन रोड रतलाम में रिपोर्ट किया कि नवंबर 2023 में मोहम्मद फारूक नामक एक व्यक्ति के साथ फरियादी मिला और उसने बोला की मैं फाइनेंस कंपनी खोलना चाहता हूं । मुझे ऑफिस व निवास करने के लिए किराए से बिल्डिंग की जरूरत है जिस पर फरियादी ने एग्रीमेंट कर बिल्डिंग किराए पर दे दी।
आरोपी द्वारा लोकल एड्रेस पर नई सिम तथा महाराष्ट्र बैंक में बैंक अकाउंट खुलवाया और न्यूज पेपर में विज्ञापन देकर गेट ग्लोबल नाम से फाइनेंस कंपनी में कर्मचारियों को इंटरव्यू लेकर भर्ती किया। उसके बाद प्लानिंग के अनुसार हाउस लोन, बिजनेस लोन, पर्सनल लोन, मॉर्टगेज लोन, एग्रीकल्चर लोन आदि के पंपलेट छपवाकर ऑफिस का पूरा सेटअप जमा कर लोन बांटने के लिए कर्मचारियों को रतलाम के आसपास रवाना कर लोन की प्रक्रिया फीस के नाम पर 40 दिन में करीब 15 लाख रुपए इक_ा किए। उसके अलावा मकान मालिक गिरीश मेहता से यह कहते हुए की मेरी गेट ग्लोबल फाइनेंस कंपनी का लाइसेंस आरबीआई से प्रक्रिया में है और मुझे 122 लोगों को उनकी फाइलों पर लोन वितरण करना है। आरबीआई से अप्पु्रवल होते ही मैं आपको पैसा रिटर्न कर दूंगा। इस तरह फरियादी से 27 लाख रुपए की उधार मांगे, जिस पर बिल्डिंग मलिक गिरीश मेहता ने 14 लाख रुपए नगद एवं 13 लख रुपए गेट ग्लोबल फाइनेंस कंपनी के रतलाम स्थित महाराष्ट्र बैंक के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए।
37 लाख रुपए की राशि आरोपी के हाथ में आते ही राशि लेकर मुंबई आरबीआई ऑफिस जाने का बात कर ऑफिस का सेटअप फर्नीचर आदि छोडक़र आरोपी फरार हो गया। काफी समय तक फरियादी गिरीश मेहता से आरोपी मोहम्मद फारूक बात नहीं हो रही थी, जिसके बाद फरियादी को अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पता चला। फरियादी ने दो बत्ती थाने पर पहुंच कर पुलिस को अपने साथ हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।
उक्त मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतलाम राकेश खाखा एवं नगर पुलिस अधीक्षक रतलाम अभिनव बारंगे के मार्गदर्शन में आरोपी की पतारशि गिरफ्तारी हेतु थाना स्टेशन रोड रतलाम और सायबर सेल की संयुक्त टीम का गठन किया गया।
टीम द्वारा तकनीकी साक्ष्यों के माध्यम से आरोपी की पतरशि के प्रयास किए गए। आरोपी के धोखाधड़ी करने के तरीके का विश्लेषण किया गया, जिसमें आरोपी इंटरनेट एवं न्यूज पेपर में लोन के नाम पर विज्ञापन देता है। इसी के आधार पर पुलिस द्वारा समाचार पत्र में लोन के विज्ञापन खोजने पर संदेही के रतलाम में गेट ग्लोबल के नाम से ऑफिस खोलने के अलावा सन फाईनेंस जोधपुर राजस्थान में, ईजी फाईनेंस भुवनेश्वर उड़ीसा में एक्सलुट शोपर्स सूरत गुजरात, सर्या फाईनेंस सीकर राजस्थान तथा बिहार, झारखंड, अहमदाबाद गुजरात आदि स्थानों पर लोन हेतु आफिस खोलने की जानकारी प्राप्त हुई। आरोपी द्वारा सीकर राजस्थान में लोन के लिए एक वेबसाईट भी बनवाई गई जिस पर लोन के लिए रजिस्ट्ेशन किया जा सके। पुलिस टीम द्वारा सभी तकनीकी एवं भौतिक साक्ष्यों के आधार पर आरोपी की पतरशी कर गिरफ्तार किया गया।