पेयजल की समस्या, विद्यालय आने-जाने शिक्षकों का नही है कोई समय-सीमा, साफ-सफाई एवं पठन-पाठन व्यवस्था भगवान भरोसे
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 24 नवम्बर। जिले के सरई तहसील अंतर्गत शासकीय हायर सेकेंड्री स्कूल झारा में हर तरह से अव्यवस्था ही अव्यवस्था देखने को मिल रही है। जहां विभागीय अधिकारी भी नहीं पहुंच पा रहे हैं।
झारा का हायर सेकेंडरी स्कूल मुख्य सड़क से करीब 3 किलोमीटर दूर अंदर है। इसी का फायदा विद्यालय के शिक्षक व प्रभारी उठा रहे हैं। विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों का आरोप है कि सभी शिक्षक किसी भी दिन उपस्थित नहीं रहते हैं। वहां खेलकूद भी नहीं कराया जाता है न ही विद्यालय में खेल सामग्री उपलब्ध है। विद्यालय की बजट को फर्जी बिल लगाकर प्रभारी व उनके सहयोगी शिक्षक आहरण कर रहे हैं। इधर अधिकांश स्कूली बच्चे ड्रेस एवं गणवेश में नही आते हैं और यहां तक कि यहां का पठन-पाठन का कार्य मंथर गति से चलने के कारण कई विषयों का कोर्स काफी पीछे है। साथ ही विद्यालय एवं कक्षो के कमरों की साफ-सफाई एवं पोताई का कार्य नही कराया जा रहा है। इसके अलावा विद्यालय में शुद्ध पानी भी नही मिल पा रहा है। इकलौता हैंडपंप जंगयुक्त उगलता है।
कई शिक्षक रहते हैं गोल, विषयों का कोर्स अधूरा
आलम यह है कि कक्षाओं का कोर्स पीछेशासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झारा की पठन-पाठन व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। विद्यालय में नियमित रूप से कक्षाएं संचालित नहीं हो पा रही हैं । आए दिन कोई न कोई शिक्षक गोल रहते हैं। बच्चों का कोर्स भी पीछे चल रहा है। बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट भी बेहतर नहीं है। बीते सत्र में बोर्ड के काफी बच्चे फेल हैं। जो यह दर्शाता है कि उक्त विद्यालय की शैक्षिक स्तर सही नहीं है। तिमाही परीक्षा के आए पेपर में बिना पढ़ाई हुई कोर्स का प्रश्न आए थे। जिस बच्चे हल नहीं कर पाए।
विद्यालय परिसर के शौचालय की स्थिति दैयनीय
झारा विद्यालय में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के बच्चे पढ़ रहे हैं। जहां एक भी शौचालय उपयोग के लायक नहीं है। जबकि बालक बालिकाओं के लिए अलग-अलग 2-2 शौचालय होने चाहिए। विद्यालय के स्टाफ से जब शौचालय की जीर्ण-शीर्ण हालत के बारे में पूछा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि विद्यालय में सबमर्सिबल पंप नहीं है। जिससे शौचालय की हालत खराब है। टॉयलेट रूम में कचरा भरा हुआ एवं गुटखा पान तंबाकू का पिक देखा गया है।