पिकनिक मनाने गये थे नेहरू के चिकित्सक एवं बिजलेंस टीम के दो अधिकारी लंघाडोल के गोपद नदी की घटना, बच्ची की तलाश जारी
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 24 नवम्बर। नेहरू चिकित्सालय जयंत के तीन चिकित्सक एवं एनसीएल बिजलेंस के दो अधिकारी अपने परिवार जनों के साथ लंघाडोल थाना क्षेत्र के गोपद नदी के किनारे देऊरदह घाट में पिकनिक मनाने गये हुये थे। जहां चिकित्सक प्रदीप मुण्डा की बच्ची को गहरे पानी में डूबने से बचाने के लिए पिता सहित दो अन्य चिकित्सक नदी में छलांग लगा दिये।
घटना के संबंध में लंघाडोल थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र धुर्वे ने बताया कि थाना से करीब 17 किलोमीटर दूर देऊरदह घाट में पिकनिक मनाना नेहरू चिकित्सालय के चिकित्सक को भारी पड़ गया। आज दिन रविवार को गोपद नदी में डूबने से एक मासूम सहित एक चिकित्सक की मौत हो गई। उनके साथ मौजूद लोगों ने चिकित्सकों को नदी से बाहर निकाल लिया। लेकिन 13 साल की मासूम नदी की तेज बहाव में बह गई। जिसकी तलाश के लिए जिले से एसडीआरएफ की टीम रवाना हुई और रेस्क्यू शुरू है। वही उक्त हादसे के बाद लंघाडोल पुलिस मौके पर मौजूद है। यह हादसा कैसे हुआ पुलिस जांच में जुटी है। पुलिस के अनुसार आज दिन रविवार के दोपहर करीब 2:30 बजे नेहरू चिकित्सालय में पदस्थ तीन चिकित्सक डॉ. मुंडा, डॉ. हरीश सिंह, डॉ. डीजे बोरा एवं दो एनसीएल बिजलेंस के अफसर सुनील कुमार एवं पीके भण्डारी उर्फ प्रवीण अपने परिवारजनों के साथ पिकनिक मनाने देऊरदह घाट पहुंचा था। गोपद नदी में नहाने के दौरान प्रेरणा मुंडा पिता प्रवीण मुंडा उम्र 13 वर्ष ट्यूव के सहारे तैर रही थी कि अचानक गरहे पानी में जाने से डूबने लगी। जिसे बचाने के लिए डॉ. हरीश सिंह पिता योगेंद्र सिंह उम्र 40 वर्ष नदी में उतर गए। लेकिन जैसे ही वह नदी के गहरे पानी में पहुंचे वह खुद डूबने लगे। इसके बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। इस दौरान परिजनों ने डॉ. हरीश सिंह के शव को तो नदी से निकाल लिया, लेकिन प्रेरणा पानी की तेज बहाव होने से बह गई। घटना के बाद से लंघाड़ोल पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दी हैण् वहीं प्रेरणा की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम तलाश में जुट गई है।
नेहरू अस्पताल के थे तीन चिकित्सों का परिवार
बताया जा रहा है कि नेहरू अस्पताल के डॉ हरीश सिंह पिता योगेंद्र सिंह, डॉक्टर प्रवीण मुंडा पिता प्रफुल्ल मुंडा और डॉ. धु्रव बोरा पिता दिलीप कुमार अपनी दो किशोरी बेटियों तथा एनसीएल बिजलेंस के दो अफसर अपने परिवारजनों के साथ पिकनिक मनाने गये थे। सभी लोग गोपद नदी में नहा रहे थे कि प्रेरणा ट्यूव के सहारे तैरते हुये गहरे पानी व तेज धार में पहुंच गई। प्रेरणा को डूबते देख डॉ. हरीश सिंह, डॉ. प्रवीण मुंडा एवं डॉ. डीजे बोरा बचाने के लिए नदी में कूद पड़े। किसी तरह डॉ. डीजे डॉ. बोरा एवं प्रवीण को बचा लिया गया। किन्तु डॉ. हरीश सिंह की गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई। किन्तु प्रेरणा का कोई अता-पता नही चला। एसडीआरएफ की टीम पहुंच तलाश कर रही है।
प्रेरणा का तलाश जारी, तीन चिकित्सक लगाये थे छलांग
बता दे की प्रेरणा मुंडा पिता प्रवीण मुंडा का शव अभी तक नहीं मिला है। जिसे एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच तलाश शुरू कर दी है। एसडीआरएफ टीम के उपनिरीक्षक होमगार्ड दलवीर सिंह अपनी टीम के साथ घटनास्थल पहुंच रेस्क्यू शुरू कर दिया है। वही स्थानीय गोताखोर एवं पुलिस भी प्रेरणा की तलाश में जुट गये। इधर बताया जाता है कि उक्त देऊरदह घाट गोपद नदी पर आये दिन लोग पिकनिक मनाने आते हैं। किन्तु सुरक्षा के लिहाज से व्यवस्थाएं नदारत हैं। वही देर शाम तक प्रेरणा की तलाश की जाती रही है। रात एवं ठंड ज्यादा होने से रेस्क्यू करने में अर्चने आ रही हैं।
मॉ-बाप एवं बेटी-पत्नी के नजरों के सामने डूबे प्रेरणा एवं हरीश
एनसीएल के जयंत डॉक्टर कॉलोनी से हसते, खिलखिलाते, ठिठौली एवं किलकारियां मारते लंघाडोल गोपद नदी पहुंचे थे। किन्तु शायद किसी को यह पता नही था कि आज डॉ. हरीश की अंतिम यात्रा होगी और हमेशा-हमेशा के लिए दोस्तों एवं बेटी-पत्नी से बिछुड़ जाएंगे। वही प्रेरणा भी केवल याद के लिए रह जाएगी। हुआ यूॅ कि जैसे ही प्रेरणा नदी में डूबने लगी वैसे डॉ. हरीश ने छलांग लगा दी। वेें तो प्रेरणा को नही बचा सके। वें खुद जान गवां दिये। वही दिल को झकझोर देने वाली बाते सामने आई कि हरीश जिस समय डूब रहे थे उस दौरान उनकी पत्नी एवं बिटिया बचाने के लिए चिल्ला रहे थे। उधर प्रेरणा को भी उसके मॉ-पिता व सहेलियां डूबते देख मौके पर मौजूद हर किसी की मानो धड़कने थम सी गई थी। घटनास्थल पर चीख-पुकार एवं बिलाप के अलावा कुछ भी सुनाई नही दे रहा था।
इनका कहना:-
गोपद नदी के देऊरदह घाट में पिकनिक मनाने दो बिजलेंस अफसर एवं तीन चिकित्सक जयंत से आये थे। जिसमें प्रेरणा डूबने लगी। उसे बचाने के लिए डॉ हरीश भी डूब गये। बच्ची प्रेरणा की तलाश एसडीआरएफ टीम के द्वारा की जा रही है।
पुष्पेन्द्र धुर्वे, थाना प्रभारी लंघाडोल