ग्वालियर: कृषि महाविद्यालय में दीक्षारंभ कार्यक्रम का आरम्भ क्रीड़ा अधिकारी डॉ. सी.एस. तोमर की अध्यक्षता व शिवनारायण कुशवाहा की उपस्थिति में योग अभ्यास से किया गया। महाविद्यालय अधिष्ठाता डॉ एम. एल शर्मा की अध्यक्षता में विद्यार्थियों द्वारा नित्यवन्दना गान किया गया, जिसमें राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत, विश्वविद्यालयगान, तथा मध्यप्रदेशगान का गायन किया गया। कार्यक्रम के अगले चरण के विशिष्ट वक्ता विजय सांद आई. टी. आई. शिक्षक एवं योग जिला मंत्री के द्वारा योेग एवं प्राणायाम के शरीर, दिमाग एवं आत्मा पर होने वाले लाभ के विषय में जानकारी दी। उन्होने बताया कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता हैं। साथ ही योग के दो भागों बहीरंग व अंतरंग के विषय में विस्तार से चर्चा की।
उन्होने शरीर के साथ साथ मानसिक भावना को भी मजबूत करने की सलाह दी। रबर नेति, जल नेति, सूत्र नेति कुंजन क्रिया, शंख प्रक्षालन, एनिमा क्रिया, कपालभारती आदि की जानकारी छात्र-छात्राओं को विस्तार से दी।अंत में सर्वार्गींण व्यक्तित्व विकास की प्रक्रिया ही योग हैं यह बताते हुए विद्यार्थिंयों को शरीर के स्वस्थ, स्वच्छ व शुद्ध रखने के लिए प्रेरित किया। इसके पश्चात विद्यार्थिंयों को आनॅलाइन प्रश्न बैंक के पंजीकरण के विषय में जानकारी दी गयी।
दीक्षारंभ कार्यक्रम समन्वयक डॉ रजनी सासोडे तथा डॉ सी.एस.तोमर थे। कार्यक्रम के अगले चरण में छात्र-छात्राओं को आत्मज्योती आवासीय दृष्टिहीन कन्या विद्यालय आश्रम का भ्रमण कराया गया। चूंकि 13 नवम्बर को ’वर्ड काइंडनेस डे’ के रुप में मनाया जाता हैं, और इस विशिष्ट दिवस का उद्देश्य अच्छे कर्मो के उजागर कर सकारात्मक शक्ति पर ध्यान केन्द्रित करना होता हैं तो इस उपलक्ष्य में आश्रम के भ्रमण से विद्यार्थिंयों को दुसरों के प्रति सकारात्मक भावना रखने तथा सामूहिक मानवता में भाग लेने की प्रेरणा प्राप्त हुई। इस दौरान कार्यक्रम मे डॉ प्रियदर्शनी खाम्बालकर, डॉ सुधीर सिहं, डॉ स्नेहा पाण्डेय, डॉ डी के वर्मा एवं डॉ सिद्धार्थ नामदेव सहयोग रहा। डॉ सी.एस. तोमर द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।