मामसा वार्ड 38 की आशीष विहार कॉलोनी का
इंदौर:एक बार फिर नगर निगम ने अपनी मनमानी और लापरवाही का सबूत दिया है, जहां जन समस्या की ख़बर लगने के बाद ही निराकरण के बजाए कुछ ऐसे काम कर दिया जिससे क्षेत्र वासियों की और भी मुसीबतें बढ़ गई है.दरअसल बात यह है कि वार्ड क्रमांक 38 के आशीष विहार कॉलोनी नगर में नर्मदा पानी की लाइन तो डाली गई लेकिन नलों से पानी नहीं आता. पानी की किल्लत से रहवासी परेशानी उठाते आ रहे थे. क्षेत्र में कई जगह पानी आता है तो कहीं पानी की एक बूंद भी नहीं. ऐसे परस्थिति में लोग जहां पानी आता वहां जाकर या फिर दूरदराज़ जाकर अपने लिए पानी का बंदोबस्त करते थे. कई वर्षों से यहां समस्यां क्षेत्र में बनी हुई थी.
इस संदर्भ में जब पार्षद पति उस्मान पटेल से बात की तो उन्होंने एक माह के भीतर इस नर्मदा लाइन दुरूस्त कर समस्या का निराकरण करने की बात कही थी. इसी वर्ष 26 सितंबर को यह खबर नवभारत में प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी, जिसके उपरांत नगर निगम ने समस्या से लोगों को निजाद दिलाने के बाजाए अपनी मनमानी दिखाते हुए पूरी लाइन ही बंद कर दी. अब वहां भी पानी नहीं आ रहा है जहां पहले आता था. पीड़ित लोग पानी भरकर अपना काम चला रहे थे. नगर निगम के इस काम के कारण क्षेत्रवासी पानी को लेकर पहले से और भी ज़्यादा मुसीबत में पड़ गए है. अब रहवासियों को पानी के लिए आसपास नहीं बल्की दो-तीन गलियां दूर या पास लगी कॉलियों में जाना पड़ रहा है. रहवासियों द्वारा हेल्प लाइन पर भी शिकायत दर्ज करवाई गई लेकिन कुछ नहीं हुआ अब वर्तमान स्थिति में आशीष विहार कॉलोनी के रहवासी पानी की किल्लत से त्रस्त हो चुके है.
इनका कहना है
पहले हमारे यहां पानी आता था. आस पड़ोसी यहीं से पानी भरते थे लेकिन कुछ हफ्तों से अचानक पानी आना बंद हो गया है. उनके साथ-साथ हमारी भी मुसीबतें बढ़ गई हंै.
– नाज़मिन बी
निम्न वर्ग के लोग रहते हैं. हर बार पानी का टैंकर मोल नहीं खरीद सकते. कच्ची सड़कों के कारण सरकारी टैंकर भी नहीं आते हैं. सभी लोग पानी को मोहताज हो रहे है.
– मोहम्मद नईम
जो दो चार घरों में पानी आता था. ख़बर छपने के बाद वहां भी पानी आना बंद हो गया. काम काज छोड़ कर पानी के लिए भटकना पड़ता है. सभी रहवासी परेशान हो रहे हैं. अनिसा बी