कार्यक्रम में कलेक्टर नेहा मीना ने अपने उद्बोधन में सभी को मध्य प्रदेश स्थापना दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि अपनी कर्मभूमि के रूप में मध्यप्रदेश में सफर की शुरुआत हुई थी जो आज जन्मभूमि के समान ही अपनत्व की भावना से परिपूर्ण है। अपना मध्यप्रदेश बोलने में गौरवांवित महसूस होता है। आज उपस्थित समस्त ग्रामीणजन और युवा पीढ़ी दोनों ही मध्यप्रदेश के इतिहास और भविष्य के रूप में नजर आते है और दोनो के समन्वित प्रयासो से सदैव विकास पथ पर अग्रसर होने की कामना करते है। साथ ही सभी मिलकर यह प्रण ले कि जिले और राज्य को राष्ट्रीय और अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाकर गौरव के पल से अभीभूत करे। पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल ने मध्यप्रदेश गठन के ऐतिहासिक परिदृश्य के बारे में बताकर कहा कि 1 नवंबर 1956 को विभिन्न प्रांतो और रियासतो को मिलाकर प्रदेश की स्थापना हुई थी और वर्तमान में प्रदेश देश के उच्च स्थानो में अपनी जगह बनाये हुआ है चाहे कृषि के क्षेत्र में हो या उद्योग एवं ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश की तरक्की हुई है। यह सभी आम जनता, शासन और प्रशासन के सहयोग से संभव हुआ है।
जिपं सीईओं जितेन्द्रसिंह चौहान ने कहा कि दिपावली पर्व के समय स्थापना दिवस की रौनक कुछ खास नज़र आ रही है। हम सभी के समंवित और समुचित प्रयासो से प्रदेश को प्रगति पथ में नई ऊंचाईयां प्राप्त करने के प्रयास किये जायेंगे। अति. पुलिस अधीक्षक पीएल कुर्वे ने कहा कि बदलते परिवेश में पिछली पीढ़ी के योगदान को याद रखकर विकास में आगे आने वाली पीढ़ी को प्रयासरत रहना चाहिए। मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर आजीविका मिशन की स्वयं सहायता समूह की दीदीयों द्वारा नशा मुक्ति हेतु सुूदर से नाटक की प्रस्तुती दी। साथ ही नृत्य दल द्वारा जिले की सांस्कृतिक लोक नृत्य के माध्यम से उत्सव का माहौल स्थापित किया। कार्यक्रम का समापन राजकीय गीत “मेरा मध्यप्रदेश” गा कर किया। इस दौरान एसडीएम सत्यनारायण दर्राे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस बघेल, महिला एवं बाल विकास विभाग राधुसिंह बघेल एवं अन्य जिला प्रशासनिक अधिकारी व समूह की दीदीयो व आमजन उपस्थित थे।