अब सीधी से नही निकलेंगे रेत के ओवर लोड ट्रक

० नवभारत पड़ताल की खबर के बाद कलेक्टर ने दिए ओवरलोड रेत वाहनों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश

सीधी 30 अक्टूबर। नवभारत पड़ताल की खबर की बाद कलेक्टर ने ओवरलोड रेत वाहनों के खिलाफ कार्यवाई के निर्देश दिये हैं। अब सीधी से रेत के ओवरलोड वाहन नहीं निकलेंगे।

तत्संबंध में कलेक्टर सीधी स्वरोचिष सोमवंशी ने जारी आदेश में जिले में रेत का उत्खनन एवं परिवहन पूर्णत: प्रतिबंधित किया है। आदेश में समस्त उपखण्ड अधिकारी एवं खनिज अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि जिले की किसी भी नदी से रेत का उत्खनन एवं परिवहन पाये जाने पर तथा अन्य जिलों से खनिज रेत का परिवहन कर रहे वाहनों द्वारा अभिवहन परिपत्र में अंकित मात्रा से अधिक खनिज का परिवहन करने पर नियमानुसार कार्यवाई किया जाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर के उक्त आदेश के बाद अब यह माना जा रहा है कि रेत परिवहन में लगे ओवरलोड वाहनों पर काफी सख्ती के साथ कार्यवाई होगी। यह दीगर बात है कि समीपी सिंगरौली जिले के रेत खदानों से रीवा सहित उत्तरप्रदेश जाने वाले अधिकांश वाहन अभी तक ओवरलोड होकर सीधी शहर से निकलते थे। ओवरलोड रेत के वाहनों की जांच पड़ताल न होने के कारण यह आसानी से टोल प्लाजा पहुंच जाते थे।

रेत परिवहन में लगे वाहन सीमावर्ती सिंगरौली जिले में रेत संविदाकार सहकार ग्लोबल कम्पनी के रेत खदानों से ट्रक रेत की लोडिंग करके आते हैं इस वजह से वह ओवरलोड हैं इसकी जांच टोल प्लाजा में ट्रांजिट परमिट देखने के बाद नहीं की जाती। वजह साफ है सहकार ग्लोबल कम्पनी के ही टोल प्लाजा संचालित हो रहे हैं।

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अवैध उत्खनन रोकना पुलिस-प्रशासन के लिये चुनौती

सीधी जिले में रेत का अवैध उत्खनन रोकना पुलिस-प्रशासन के लिये बड़ी चुनौती बनी हुई है। जानकार सूत्रों की मानें तो अवैध उत्खनन का कार्य क्षेत्रीय माफिया द्वारा छोटे वाहनों से किया जाता है। नदी तटों से रेत का अवैध उत्खनन कराने के बाद इन्हें छोटे वाहनों से समीपी क्षेत्रों में सुनिश्चित डम्प करा दिया जाता है। बाद में बड़े वाहनों से जिसके पास पूर्व से ट्रांजिट परमिट मौजूद है वह आसानी से डम्प किये गये अवैध रेत की लोडिंग करके सुरक्षित निकल जाते हैं। इनके ऊपर पुलिस प्रशासन भी कार्यवाई नहीं कर पाता।

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रेत बंद होने से अवैध उत्खनन की बढ़ी संभावना

जिले में रेत बंद होने से अवैध उत्खनन की संभावना बढ़ गई है। जानकारों का कहना है कि रेेत की मांग ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्रों तक सामान रूप से है, ऐसे में रेत की व्यवस्था करने के लिये लोग माफिया से सम्बद्ध वाहनों से संपर्क करते हैं। माफिया के वाहनों द्वारा चोरी-छिपे नदी तटों से अवैध रूप से निकली गई रेत की बिक्री आसानी से सांठगांठ के कारण करा दी जाती है। सीधी जिले में रेत पूरी तरह से बंद है फिर भी हर जगह मुंह मांगे दामों पर आसानी से मिल रही है। अब और भी ज्यादा दाम बढ़ सकते हैें।

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