– अमृत 2.0 मिशन में खर्च होंगे 118 करोड़ रुपए.
नवभारत प्रतिनिधि
भोपाल, 28 अक्टूबर. मध्ेय प्रदेश के शहरों में हरित स्थानों का विकास के अलावा लोगों को स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने नगरीय निकायों के लिए 390 योजनाओं की स्वीकृति दी गई है. इनमें से 41 योजनाएं पूरी हो चुकी है. बाकी 349 योजनाओं पर काम चल रहा है. इन योजनाओं में शहरों में पार्कों को विकसित करने को प्राथमिकता दी गई है.
यह जानकारी नगरीय विकास एवं आवास विभाग के आयुक्त भरत यादव ने दी. उन्होंने बताया कि शहरों में पर्यावरण-संरक्षण के उद्देश्य से अमृत 2.0 मिशन के तहत पार्क और उससे जुड़े सभी कार्य गुणवत्ता के साथ नियत समय में पूरे कराये जाएंगे. इन योजनाओं पर 118.08 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं नगरीय मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के मार्गदर्शन में शहरी क्षेत्रों में सतत विकास के कार्य किये जा रहे हैं.
बॉक्स – शहरी जीवन की गुणवत्ता में होगा सुधार
आयुक्त यादव ने बताया कि इन योजनाओं के माध्यम से नागरिकों के शहरी जीवन की गुणवत्ता में सुधार आएगा, साथ ही पार्कों में बच्चों के खेलने के स्थान, बुजुर्गों के लिए विश्राम स्थल, वॉकिंग ट्रैक और योग के लिये क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं. इन क्षेत्रों के विकास में पार्कों में लाइटिंग, जल-संरक्षण और पौधरोपण के प्रावधान भी किए जा रहे हैं. इन पार्कों को ऊर्जा-सक्षम और पर्यावरण अनुकूल भी बनाया जा रहा है.
बॉक्स – छायादार पौधरोपण पर जोर
उन्होंने बताया कि स्वीकृत योजनाओं में से 41 योजनाएं पूरी की जा चुकी हैं. गर्मी में बढ़ते तापमान को हरित क्षेत्र के विकास में स्थानीय पौधों एवं छायादार पौध-रोपण पर जोर दिया जा रहा है. चयनित स्थलों पर सामुहिक जन-भागीदारी को प्रोत्साहित करने लोक चित्रकला से पार्कों की दीवारों में चित्र बनाकर सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. अमृत 2.0 के माध्यम से विकसित किए पार्क में मनोरंजन और स्वास्थ्य सुविधाएं प्राथमिकता के साथ प्रदान की जा रही हैं.
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