भोपाल, 25 अक्टूबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा पर आगामी 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के पहले केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान के एक वायरल वीडियो को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उन्हें इस प्रकार की भाषा नहीं बोलने की सलाह दी है।
बुधनी से लंबे समय तक विधायक रहे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय इस वीडियो में ये कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि बुधनी विधानसभा में अगर कांग्रेस का प्रत्याशी जीत गया तो एक ईंट भी नहीं लगेगी। वे सरपंच को संबोधित करते हुए ये कहते हुए भी सुनाई दे रहे हैं कि कुछ भी अगर ‘उन्नीसा-बीसा’ हो गया तो सरपंच किस मुंह से मुख्यमंत्री (डॉ मोहन यादव) और केंद्रीय कृषि मंत्री (श्री चौहान स्वयं) से अपने काम करवाने जाएंगे।
सोशल मीडिया पर वायरल इसी वीडियो को पोस्ट करते हुए श्री सिंह ने कहा, ”कार्तिकेय अभी से इस प्रकार का भाषण ना दो। अपने पिता श्री चौहान जी से सीखो। लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष दोनों मिल कर भारत निर्माण में सहयोग करते हैं। 10 साल तक मैं मुख्यमंत्री रहा, लेकिन मैंने इस प्रकार की भाषा का कभी उपयोग नहीं किया आपके पिता गवाह हैं। पंचायत राज क़ानून में निर्माण काम करने के ज़िम्मेदारी सरपंच की होती है ना की विधायक की। और आप तो अभी ना सरपंच हैं ना विधायक। आप मेरे पुत्र नहीं पौत्र समान है। यह मेरी राय है आप मानें ना मानें आप जानें।”
इस वीडियो को प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक हैंडल से भी पोस्ट करते हुए कार्तिकेय सिंह चौहान की भाषा पर सवाल उठाए गए हैं।
ये वीडियो बुधनी विधानसभा के भैरूंदा में चुनाव प्रचार का बताया जा रहा है। इस विधानसभा क्षेत्र से अभी तक श्री चौहान स्वयं विधायक थे। उनके विदिशा संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने जाने के कारण यहां उपचुनाव हो रहा है। श्री चौहान का पैतृक गांव जैत इसी विधानसभा क्षेत्र में आता है। यहां भाजपा ने विदिशा से पूर्व सांसद और श्री चौहान के करीबी भाजपा नेता रमाकांत भार्गव को चुनावी मैदान में उतारा है। हालांकि यहां भाजपा की ओर से टिकट के दावेदारों में कार्तिकेय सिंह चौहान का नाम भी चर्चाओं में था। कार्तिकेय इस पूरे क्षेत्र में चुनावी प्रचार के मैदान में खासे सक्रिय हैं।