बेंगलुरु, 24 अक्टूबर (वार्ता) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने गुरुवार को होरमावु अगरा क्षेत्र के बाबूसबपल्या में उस स्थान का दौरा किया, जहां दो दिन पहले इमारत ढहने की घटना में आठ लोगों की मौत हो गयी।
श्री सिद्दारमैया ने घटनास्थल पर संवाददाताओं से कहा, “मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख की अनुग्रह राशि दी जाएगी। इसके अलावा सरकार घायलों का चिकित्सा व्यय वहन करेगी और अस्पताल में घायलों की स्थिति देखने के बाद उनके लिए सहायता राशि की घोषणा की जाएगी।”
मुख्यमंत्री ने बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) को शहर भर में सभी अवैध निर्माणों को रोकने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “यह इमारत बारिश के कारण नहीं बल्कि घटिया काम के कारण गिरी है। नोटिस जारी कर दिया गया है और निलंबन की कार्रवाई की जा रही है। क्षेत्रीय अधिकारियों को भी नोटिस भेजा जाएगा।”
श्री सिद्दारमैया ने बारिश के बाद शहर की स्थिति को लेकर राज्य सरकार पर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हमलों की आलोचना करते हुए कहा, “क्या ऐसी घटनाएं तब नहीं होती थीं जब भाजपा सत्ता में थी? विपक्ष के नेता के तौर पर मैंने उन जगहों का दौरा किया है। इस बार येलहंका में भारी बारिश हुई। हम अपनी ज़िम्मेदारियों से बच नहीं रहे हैं।” अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने भारी मशीनरी तैनात कर मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया है।
इमारत ढहने के मामले में हेन्नूर थाने में मुनिराजरेड्डी, मोहन रेड्डी और एलुमलाई के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ईस्ट डी देवराज ने बताया कि मुनिराजरेड्डी के पुत्र भुवन रेड्डी और जिस व्यक्ति के नाम पर इमारत का निर्माण किया जा रहा था, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इमारत के निर्माण के लिए जिम्मेदार ठेकेदार मुनियप्पा को भी हिरासत में लिया गया है।