एमवाय सर्किल तिराहा से एबी रोड, राजबाडा के एक तरफ होगा कार्य
इंदौर: महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा डेन्टल कॉलेज चौराहे से एबी रोड तक और राजवाड़ा चौक के एक तरफ क्षतिग्रस्त बिटुमीन रोड के स्थान पर लगभग 75 लाख रुपए की लागत से व्हाइट टॉपिंग सीमेन्ट कांक्रीट सड़क निर्माण कार्य का एमवाय सर्किल तिराहा के पास भूमि पूजन किया जाएगा. इस अवसर पर भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदीवे, जनकार्य प्रभारी राजेंद्र राठौड़, क्षेत्रीय पार्षद पंखुड़ी जैन, अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर, अधीक्षण यंत्री डीआर लोधी, नरेश जायसवाल, पराग अग्रवाल, देवेन्द्र व अन्य उपस्थित थे.महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि व्हाइट टॉपिंग सीमेंट कांक्रीट अपने आप में नया प्रयास है और नई सौगात है.
समय के साथ नवीन तकनीक बढ़ती जा रही है. पहले जहां डामर के साथ ही सीसी रोड का निर्माण होता था, ऐसे में आज व्हाइट टॉपिंग सीमेंट कांक्रीट का काम किया जा रहा है. इससे जहां अन्य रोड के निर्माण से कम लागत आती है, वहीं इसकी वारंटी भी रहती है. यह मध्य प्रदेश के इंदौर की पहली व्हाइट टॉपिंग सीमेंट कांक्रीट सड़क का निर्माण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इन्दौर शहर में पुरानी डामर सड़क के स्थान पर सामान्य सीमेन्ट कांक्रीट सड़क का निर्माण पूर्ण सेक्शन में खुदाई करने के उपरांत जीएसबी, डीएलसी एवं पीक्यूसी का कार्य कर किया जाता हैं, व्हाइट टॉपिंग सीमेण्ट कांक्रीट तकनीक में डामर की टॉप लेयर स्क्रेप कर कांक्रीट ओवर-ले किया जाता है. उक्त योजना के अंतर्गत लगभग रू. 75 लाख अनुमानित लागत से 350 मी. सड़क की लंबाई एवं 12 मी. सड़क की चौड़ाई कि व्हाइट टॉपिंग सीमेन्ट कांक्रीट सड़क निर्माण कार्य का आज भूमि पूजन किया गया.
समय व संसाधन की बचत
महापौर व जनकार्य प्रभारी राजेन्द्र राठौर ने बताया कि व्हाइट टॉपिंग सीमेण्ट कांक्रीट तकनीक में डामर की टॉप लेयर स्क्रेप कर कांक्रीट ओवर-ले किया जाता है जिसमें समय एवं संसाधनों की बचत होती है. व्हाइट टापिंग सीमेन्ट कांक्रीट तकनीक में एम-40 ग्रेड सीमेन्ट कांक्रीट में फाईबर मेश का उपयोग किया जाता है. साथ ही सीमेन्ट कांक्रीट पेवमेन्ट पर एक मीटर अंतराल पर ग्रूव काटे जाते हैं. उक्त सड़क निर्माण से यातायात सुगम होगा. नगर पालिक निगम द्वारा इन्दौर शहर मे व्हाइट टॉपिंग पद्धति से सड़क निर्माण कार्य पहली बार हो रहा है, यह प्रयोग सफल होने पर अन्य डामर की सड़कों का भी व्हाइट टॉपिंग पद्धति से निर्माण किया जाएगा. डामर की सड़क में बारिश की वजह से गड्ढे निर्मित हो जाते है. व्हाइट टॉपिंग सड़क निर्माण मे ऐसी स्थिति निर्मित नहीं होगी