कजान 22 अक्टूबर (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के बीच 16 वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की पूर्व यहां यूक्रेन-रूस संघर्ष सहित वैश्विक राजनीतिक परिदृश्य पर गहन विचार मंत्रणा हुई।
श्री मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मंगलवार दोपहर को रूस के कजान पहुंचे जहां उनकी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक हुई। श्री मोदी का हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से भव्य स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल के आतिथ्य और सत्कार के लिए रूसी राष्ट्रपति का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
श्री मोदी ने मेज़बान रूस के राष्ट्रपति के साथ बैठक के बाद एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “राष्ट्रपति पुतिन के साथ यहां बहुत अच्छी मुलाक़ात हुयी। भारत और रूस के बीच सम्बन्ध बहुत गहरे हैं, हमारी बातचीत इस बात पर केंद्रित थी कि विभिन्न क्षेत्रों में हमारी द्विपक्षीय भागीदारी को और सशक्त कैसे किया जाये।
श्री मोदी ने आज यहां श्री पुतिन से द्विपक्षीय बातचीत की, जिसमें दोनों देशों की विभिन्न क्षेत्रों में भागीदारी को और मज़बूत बनाने पर चर्चा की गयी।
प्रधानमत्री ने कहा, “महानुभाव, मैं गर्मजोशी भरे आतिथ्य और सत्कार के लिए आपका हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। मेरे लिये खुशी की बात है कि कजान जैसे खूबसूरत शहर में आने का अवसर मिला है। इस शहर के साथ तथ्य गहरे और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। कजान में भारत के नये वाणिज्य दूतावास के खुलने से यह संबंध और मजबूत होंगे।”
श्री मोदी ने कहा, “पिछले तीन महीनाें में मेरा दो बार रूस आने हमारे करीबी समन्वय और गहरी मित्रता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि जुलाई में मॉस्को में हुई वार्षिक शिखर सम्मेलन से हर क्षेत्र में हमारे सहयोग को बल मिला है। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में ब्रिक्स की सफल अध्यक्षता के लिए मैं आपकों बधाई देता हूं। पंद्रह वर्षों में ब्रिक्स ने अपने विशेष पहचान बनायी है और अब विश्व के अनेक देश इससे जुड़ना चाहते हैं। मैं ब्रिक्स समिट में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष पर हम लगातार एक दूसरे के संपर्क में रहे। उन्होंने कहा, “जैसा मैने पहले भी कहा है हमारा मानना है कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से ही होना चाहिये।” उन्होंने कहा कि शांति और स्थिरता की जल्द से जल्द बहाली का हम पूरी तरह से समर्थन करते हैं। हमारे सभी प्रयास मानवता को प्रमुखता देते हैं। उन्हाेंने कहा कि आने वाले समय में भी भारत हरसंभव सहयोग देने के लिए तैयार है। एक्सलेंसी आज इन सभी चीजों पर विचार साझा करने का एक और महत्वपूर्ण अवसर है।
इससे पहले श्री मोदी ने यहां पहुंचने पर कहा कि 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में चर्चायें धरती को बेहतर बनाने में योगदान देंगी, जहां इस बड़े आयोजन की मेजबानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिये कजान पहुंचे। यह एक महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन है और यहां होने वाली चर्चायें बेहतर धरती के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देंगी।
गौरतलब है कि ब्रिक्स पांच उभरती अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतरराष्ट्रीय समूह है, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। इस बार एक जनवरी 2024 को हालांकि चार नये देश ईरान, मिस्र, इथियोपिया और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) भी इसमें शामिल हो गये हैं।