जबलपुर: जबलपुर रेलवे मंडल के लगभग एक हजार किमी लंबे ट्रैक पर फेंसिंग होगी जिसके लिए जमीन चिह्नांकित करने का काम आरंभ हो गया है। जबकि कोटा डिवीजन में कुछ ट्रैक पर फेंसिंग लगाई जा चुकी है। कुछ महीनों से रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध वस्तुएं रखने के मामले बढ़ने के बाद रेलवे की चिंता बढ़ गई है। रेल मंडल से लेकर रेलवे जोन और रेलवे बोर्ड से लेकर मंत्रालय तक पटरियों की सुरक्षा और ट्रेनों के सुचारु अवागमन पर मंथन किया जा चुका है। सूत्रों की माने तो अलग-अलग डिवीजन में कुछ प्रतिशत कार्य किया भी जा चुका है, और जैसे जैसे प्रस्ताव पर स्वीकृति मिलती जा रही है, वैसे ही काम की गति बढ़ाई जा रही है।
जबलपुर से गुजरे ट्रैक की होगी फेंसिंग
जबलपुर रेल मंडल के इटारसी से लेकर मानिकपुर, कटनी से लेकर बीना, कटनी से लेकर सिंगरौली और सतना से रीवा के बीच करीब 500 किमी का रेलवे ट्रैक है। इस ट्रैक पर करीब 100 रेलवे स्टेशन हैं। रेलवे पहले चरण में रेलवे स्टेशन के दोनों छोर पर दीवार बनाएगा, ताकि संदिग्ध लोगों को स्टेशन परिसर में आने से रोका जा सके। इसके बाद एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक ट्रैक के दोनों ओर फेंसिंग होगी।
बढ़ेगी रेल की गति
रेलवे लाइन के दोनों और की जा रही फेंसिंग से ट्रेनों की गति बढ़ेगी और पटरिया सुरक्षित भी रहेगी। वहीं पशुओं को रेलवे ट्रैक पर आने से रोका जा सकेगा।
इनका कहना है
अलग-अलग हिस्सों में कार्य प्रगति पर है जल्द ही फेंसिंग पूर्ण कर ली जाएगी।
डॉ. मधुर वर्मा, सीनियर डीसीएम, पमरे