बुल्गारिया के राजदूत ने कहा सकारात्मक जीवन जीना सिखाती है भारतीय संस्कृति
ग्वालियर। भारत की सभ्यता और संस्कृति दुनिया में बेजोड़ है। इसकी तुलना किसी भी देश से नहीं की जा सकती है। यहां के लोगों की वेशभूषा और खान-पान, रहन-सहन, गीत-संगीत और संस्कृति अलग-अलग है, जिन्हें देख लगता है कि यहां अनेकता है लेकिन भारत की खास बात है कि यहां अनेकता में ही एकता है जो पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में बांधती है। बुल्गारिया के भारत में राजदूत यानकोव निकोलाय ने यह बात कही।
सोमवार को होटल लैंडमार्क में 19वें अंतरराष्ट्रीय डांस फेस्टिवल उद्भव उत्सव 2024 के आगाज से पूर्व संध्या पर देश-विदेश के कलाकारों के मीडिया से रूबरू होते हुए उन्हांंने यह बात कही।
इस दौरान श्रीलंका की अजंता रूपालया, किर्गिजस्तान के तातियाना मैसिगोक्या, बुल्गारिया की नादिविदा और नीदरलैंड की गैरिथ मौलिंके ने कहा कि भारतीय संस्कृति और सभ्यता में जो फैशन है वहां के परिधान के साथ संस्कृति का भी महत्व है। भारतीय संस्कृति को विदेशों में भी अपनाया जा रहा है। यहां गीत, संगीत और नृत्य संस्कार युक्त वातावरण निर्मित करता है।
वहीं देश के विभिन्न प्रांतों से आए दलों के टीम लीडर्स ने भी उद्भव उत्सव को लेकर अपनी खुशी का इजहार किया। हिसार की सोनल, ऊंटी की सविता, गुडंगांव की जोयिता और वैशकराज ने कहा कि सिटी ऑफ म्यूजिक ग्वालियर में आकर वाकई संस्कृति और संगीत की महक आ रही है।
उद्भव स्पोर्ट्स एंड कल्चरल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. केशव पाण्डेय एवं सचिव दीपक तोमर ने देश-विदेश के कलाकारों का परिचय कराया। ग्रीनवुड पब्लिक स्कूल की डायरेक्टर किरण भदौरिया ने उद्भव के 25वर्ष की यात्रा की जानकारी दी। चंद्रकांत पाण्डेय एवं मिताली तोमर ने दलों के बीच कोऑर्डिनेटर की भूमिका निभाई।
*कार्निवाल के साथ होगा सतरंगी आगाज*
19वें उद्भव उत्सव का 15 अक्टूबर मंगलवार को संतरगी आगाज होगा।
संस्था के सचिव दीपक तोमर ने बताया कि दोपहर दो बजे मांडरे की माता स्थित मेडिकल ऑडिटोरियम से देश-विदेश के कलाकारों का धूमधाम से कार्निवाल निकलेगा। जिसमें सभी टीमों के कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। कार्निवाल कटोरा ताल व थीम रोड से होते हुए जीवाजी क्लब पहुंचेगा। जहां भव्य शुभारंभ समारोह में उद्भव उत्सव 2024 का आगाज होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बुल्गारिया के राजदूत यानकोव निकोलाय होंगे। उद्भव उत्सव में ग्रीनवुड पब्लिक स्कूल, भारतीय जीवन बीमा निगम, भारतीय यात्रा प्रबंधन संस्थान, संस्कृति विभाग मप्र शासन एवं संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार सहयोगी हैं।