नयी दिल्ली, 09 अक्टूबर (वार्ता) दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश पर मुख्यमंत्री आतिशी का सामान उनके आधिकारिक आवास से जबरन बाहर निकाल दिया गया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने आज एक आधिकारिक बयान जारी कहा कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना का इरादा मुख्यमंत्री आवास को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक बड़े नेता को आवंटित करने का है। दिल्ली की सत्ता से 27 साल दूर रहने के बाद भाजपा का यह हताशापूर्ण प्रयास मुख्यमंत्री आवास पर अवैध रूप से कब्ज़ा करने की साजिश का एक हिस्सा है।
वहीं, आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि उपराज्यपाल को समझना होगा कि मुख्यमंत्री आवास में रहने के लिए जरूरी है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव जीतना होगा। पिछले 27 साल से भाजपा दिल्ली में चुनाव नहीं जीत पा रही है। इसलिए भाजपा हर संभव प्रयास कर रही है कि किसी भी तरह जनता द्वारा चुनी हुई सरकार की शक्तियां छीनी जाए, दिल्लीवालों को परेशान किया जाए और चुनी हुई दिल्ली सरकार के काम रोके जाएं।
सुश्री कक्कड़ ने कहा कि भाजपा की महिला विरोधी मानसिकता एक बार फिर दिल्ली और देश की जनता के सामने आ गई है। भाजपा ने नवरात्र के दौरान एक महिला मुख्यमंत्री का सामान सरकारी आवास से बाहर करा दिया। इससे पहले कभी भी ऐसा नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा से झूठ का सहारा लिया है और वह बेहद झूठी पार्टी है। बीते 04 अक्टूबर को पूर्व मुख्यमंत्री ने बकायदा आवास की चाभियां सौंपी थी। उसके बाद नियमानुसार कार्रवाई हुई और सारी प्रक्रिया का पालन किया गया। एक चुना हुआ मुख्यमंत्री, तो मुख्यमंत्री आवास में ही रहेगा। अगर उपराज्यपाल चाहते हैं कि भाजपा का कोई नेता मुख्यमंत्री आवास में रहे, तो चुनाव लड़कर जीते और मुख्यमंत्री बनकर उसमें रह सकता है।