आनंदगंज की झिरी क्षेत्र में हुई घटना, पड़ोसियों ने कराया अस्पताल में भर्ती
उज्जैन। रविवार को फिर एक हादसा घटित हो गया जिसमे गली में खेल रहे एक बच्चे को गाय ने सिंग से उठाकर फेंक दिया। घटना के बाद पड़ोसी बच्चों को चरक अस्पताल में भर्ती करने के लिए ले गए पिता को घटना की जानकारी शाम को मिली, जब वह फेरी लगाने के काम से लौट कर वापस घर आए।
नवभारत से चर्चा में नवीन वर्मा ने बताया कि में गदा पुलिया क्षेत्र में रहता हूं और आनंदगंज की झिरी में एक परिवार किराए से रहकर मजदूरी करता है। इसी परिवार का एक बच्चा सडक़ पर रविवार की सुबह 9.30 बजे बाहर खेल रहा था। तभी एक गाय ने आकर बच्चे को सिंग से उठाकर सडक़ पर फेंक दिया। दूसरे बच्चे डर कर भाग गए। पड़ोसियों ने बच्चों को अस्पताल पहुंचाया। बच्चों के पिता मोहनलाल फेरी लगाने का काम करते हैं। उज्जैन में लगातार श्वान से लेकर गाय तक के हमले आम इंसानों पर हो रहे हैं। तीन दिन पहले श्वान से डर कर एक बच्ची दहशत में आ गई और बाद में उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गई। बोहरा समाज में ही यह एक दु:खद तीसरी घटना थी, इससे पहले नागझिरी क्षेत्र में एक 20 साल के किशोर की भी मौत श्वान के काटने से हो गई थी।
सिर में लगी चोट
इधर चरक अस्पताल में बच्चे को भर्ती किया गया तो पता चला कि उसे शारीरिक चोट के साथ-साथ सिर में भी चोट लगी है। उपचार के दौरान परिवार घबरा गया, निजी अस्पताल में ले जाने की भी व्यवस्था परिवार के पास नहीं है। क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है। ऐसे में परिवार वालों और पड़ोसियों ने डॉक्टर से गुहार लगाई कि उसका बेहतर इलाज हो जाए। जबकि इस मामले में जिला प्रशासन को बच्चे के लिये आर्थिक मदद पहुंचानी चाहिये।
अधिकारी बोले कर रहे हैं निराकरण
नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक से लेकर जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह तक गाय और श्वान की घटनाएं पहुंच रही है। निगम आयुक्त आशीष पाठक ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट एवं पीपुल्स फॉर एनिमल्स की वजह से वैसी कार्रवाई नहीं हो पा रही जैसे जनता चाहती है। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश है कि श्वानों का वैक्सीनेशन करके पुन: उन्हें मोहल्ले में उन्हें छोड़ा जाए। ऐसे में इसका कोई स्थाई निराकरण हम खोज रहे हैं। जबकि जनता इन घटनाओं से काफी आक्रोशित हो रही है।