केंद्रीय कृषि एवं किसन कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कृषि विकास को लेकर लिए गए फैसले की जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि खाद्य तेल को लेकर विदेशी निर्भरता समाप्त करने के लिए 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा लागत से राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन- तिलहन शुरु किया गया है.
शिवराज ने बताया कि, 2022-23 में देश में कुल खाद्य तेल की आवश्यकता 29.2 मिलियन टन थी और उत्पादन 12.7 बिलियन हो पाता है. आवश्यकता पूरा करने के लिए आयात पर निर्भर रहना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़े इसके लिए आइसीआर किसानों के लिए उन्नत बीज बनाएगा और ब्रीडर सीड्स उसे फाउंडेशन सीड फिर सर्टिफाइड सीड बनाकर किसानों को फ्री में उपलब्ध कराएगा. 600 क्लस्टर इसके लिए पूरे देश में बनाए जाएंगे.
देश के 21 राज्यों के 347 जिलों में जहां पर खाद्य तेल का उत्पादन होता है वहां पर कलस्टर में फ्री में बीज के साथ साथ नई टेक्नोलॉजी से खेती कैसे करें इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी.
हर साल 10 लाख हेक्टयर के हिसाब से अगले 7 साल में 70 लाख हेक्टयर एरिया को इस योजना में कवर किया जाएगा.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्नत बीजों की कमी को पूरा करने के लिए 65 नये बीज केन्द्र स्थापित किये जायेंगे. फिलहाल 35 केंद्र चल रहे है इसके बाद कुल 100 केंद्र हो जाएंगे. बीजों को सुरक्षित रखने के लिए 50 बीज भंडारण इकाइयां भी स्थापित की जाएंगी. हम उन राज्यों पर अधिक ध्यान दे रहे हैं जहां किसान केवल एक ही फसल उगाते हैं.