नयी दिल्ली, 03 अक्टूबर (वार्ता) दुनिया की अग्रणी टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल ने क्लीनमैक्स इनवायरो एनर्जी सॉल्यूशन (क्लीनमैक्स) के साथ मिल कर राजस्थान और कर्नाटक में कुल 125.4 मेगावॉट के क्रमश: सौर और पवन विद्युत ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना का करार किया है। यह जानकारी गुरुवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में दी गयी।
ये परियोजनायें कारोबार में कार्बन उत्सर्जन सीमित करने के गूगल के प्रयास का हिस्सा हैं और ये ग्रिड से जुड़ी होगी।
क्लीन मैक्स ब्रूक फिल्ड द्वारा समर्थित कंपनी है, यह कमर्शियल एंड इंडस्ट्रियल (सीआई) सेक्टर के लिये एशिया की अग्रणी नवीनीकृत ऊर्जा और नेट जीरो सॉल्यूशन प्रदाता कंपनी है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस समझौते के तहत राजस्थान में 66 मेगावॉट सौर ऊर्जा का संयंत्र और कर्नाटक में 59.4 मेगावॉट क्षमता का पवन ऊर्जा प्लांट लगाया जायेगा। ये परियोजनायें नेशनल ग्रिड से जुड़कर गूगल क्लाउड और देशभर में स्थित गूगल के ऑफिस की ऊर्जा खपत से होने वाले कार्बन प्रदूषणकारी प्रभाव घटाने में मदद मिलेगी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह कदम गूगल के उस महत्वकांक्षी लक्ष्य के तहत उठाये गये हैं जिसके तहत गूगल 2030 तक अपने सभी कार्यालयों को चौबीसो घंटे कार्बन मुक्त विद्युत से चलाना चाहता है।
क्लीनमैक्स के प्रबंध निदेशक कुलदीप जैन ने कहा, “ क्लीनमैक्स दुनियाभर में विभिन्न कंपनियों के “स्वस्थ विकास” और “निवल शुद्ध उत्सर्जन’’ के प्रयासों में भागीदार है। गूगल के साथ हमारी साझेदारी न केवल पर्यावरण सम्मत नेतृत्व के नये मानक तय करेगा, बल्कि दुनियाभर में चल रही जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों के खिलाफ जंग में हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। ”
इस अवसर पर गूगल की एशिया-प्रशांत में प्रमुख (क्लीन एनर्जी एंड पावर) जार्जियो फॉर्च्युनेटो ने कहा, “ हम अपने कारोबार को स्वस्थ तरीके से आगे बढ़ाने के लिए निम्न कार्बन उत्सर्जन वाली प्रणाली की ओर ले जा रहे हैं। ”
इन दोनों परियोजनाओं से 2025 की चौथी तिमाही में बिजली मिलनी शुरू हो जायेगी। इनसे सालाना कुल 35,000 करोड़ किलोवॉट कार्बन मुक्त बिजली बनेगी।
कंपनियों का कहना है कि सालाना आधार पर यह 2.5 लाख टन कार्बन का उत्सर्जन कम होगा और यह सालाना 1.47 करोड़ पौधे लगाने जैसा है।