तीन दिन से लापता छात्र का खदान के गड्ढे में मिला शव

-मां-पिता तीन दिन से तलाश में भटक रहे थे।

–सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में वह घर से कोचिंग अकेला जाता दिखा।

ग्वालियर। लापरवाही से खुले छोड़े गए खदान के गड्ढे में एक 17 वर्षीय छात्र का शव मिला है। छात्र तीन दिन पहले लापता हुआ था। लापता होने से पहले उसने सोशल मीडिया पर अपनी पूरी हिस्ट्री डिलीट कर दी थी। वह 25 सितंबर की दोपहर 2.45 बजे कोचिंग के लिए निकला था, इसके बाद घर नहीं लौटा। मां-पिता तीन दिन से उसकी तलाश में भटक रहे थे।

सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में वह घर से कोचिंग अकेला जाता दिखा। वह कोचिंग पहुंचा, लेकिन एक मिनट बाद बाहर निकल आया। पिंटो पार्क तक आया और यहां से एक शॉर्ट कट रास्ते से वापस डीडी नगर (दीनदयाल नगर) की ओर अकेला ही जाता दिखा है।

शनिवार दोपहर छात्र का शव खदान में पड़ा मिला है। शव काफी गल चुका है, आशंका है कि लापता होने वाले दिन ही वह खदान में डूब गया होगा। कान में बाली, कपड़ों से परिजन ने पहचान की है। मृतक का बैग और साइकिल अभी मिसिंग है। छात्र की मौत हादसा है या वह किसी साजिश का शिकार हुआ है जांच की जा रही है।

मोहना के गुराबल गांव निवासी किसान हरिसिंह धाकड़ ने इकलौते बेटे संतोष धाकड़ 17 साल को पढऩे के लिए ग्वालियर भेजा था। यहां उनकी बड़ी बेटी और दामाद डीडी नगर में रहते हैं। इन्हीं के पास रह कर संतोष पिछले चार पांच साल से पढ़ाई कर रहा था। अभी वह 11वीं का छात्र था और इंजीनियरिंग एग्जाम की तैयारी कर रहा था। वह डीडी नगर इलाके में कोचिंग जाता था।

25 सितंबर की दोपहर के बाद 2.45 बजे वह घर से बैग और साइकिल लेकर कोचिंग के लिए निकला था। तीन बजे से उसकी क्लासेस शुरू हो जाती है। शाम को छात्र जब कोचिंग से वापस नहीं लौटा तो परिजन को चिंता हुई। उसके दोस्तों से पता किया तो जानकारी मिली कि वह कोचिंग क्लास में नहीं था। इस पर परिजन घबरा गए। इसके बाद परिजन महाराजपुरा थाना पहुंचे और सूचना दी। पुलिस ने भी गुमशुदगी दर्ज की थी।

तीन दिन से छात्र को उसके परिजन और पुलिस तलाश रहे थे। इसी बीच महाराजपुरा पुलिस को शनिवार की दोपहर सूचना मिली कि शताब्दीपुरम के पीछे खदान के गड्ढे में पानी पर एक शव उतरा रहा है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को बाहर निकलवाया है। शरीर गलने के कारण पूरा सड़ चुका था। चेहरा भी पहचान में नहीं आ रहा था। हुलिया 17 वर्षीय छात्र संतोष से मिलता जुलता होने पर पुलिस ने उसके परिजन को स्पॉट पर बुलाया। शव पर वही कपड़े थे, जो छात्र घर से कोचिंग निकलते समय पहने हुए था। उसके कान में बाली थी। इसी से परिजन ने शव की शिनाख्त संतोष के रूप में की है। छात्र का बैग व साइकिल अभी नहीं मिली है।

मृतक के जीजा आशीष राजपूत ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर काफी तलाश किया। पुलिस को साथ में लेकर आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले। कुछ कैमरों में वह दिखा है। जैसे घर से निकलने के बाद वह कोचिंग के रास्ते पर एक कैमरे में जाता दिखा है। फिर कोचिंग पर लगे कैमरों में आता और कोचिंग के अंदर जाकर सिर्फ 1 मिनट में बाहर आता दिखा। यहां से डीडी नगर पिंटो पार्क टंकी तिराहा तक आया। इसके बाद विवेकानंद स्वामी स्कूल के पास से एक शॉर्ट कट रोड से वापस डीडी नगर की तरह गया है। जितने भी सीसीटीवी कैमरे खंगाले हैं, उसमें वह अकेला ही जाता दिखा है।

छात्र शताब्दीपुरम की बंद खदान तक कैसे पहुंचा। उसे किसी ने वहां बुलाया था या फिर वह वहां वैसे ही बैठने गया था और हादसे का शिकार हो गया।

*परिजन ने किसी पर भी हत्या की आशंका नहीं जताई*

परिजन ने किसी पर भी हत्या की आशंका नहीं जताई है न ही किसी से कोई विवाद है। पुलिस को आशंका है कि छात्र कोचिंग बंक कर यहां पहुंचा है। उसने सोचा वह कुछ समय गुजारकर चला जाएगा। वहीं पैर फिसलने से वह खदान में गिर पड़ा। पर उसकी साइकिल, बैग लापता होने से साजिश की भी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। वहीं मृतक के परिजन ने बताया कि जिस दिन छात्र लापता हुआ था, उससे पहले उसने वॉटसएप, इंस्टाग्राम व अन्य प्लेटफार्म पर अपनी पूरी हिस्ट्री डिलीट कर दी थी। जिसमें कुछ नहीं बचा था। पोस्ट, वीडियो सभी साफ कर दिए और मोबाइल घर पर छोड़ गया था। यह बात छात्र के खुदकुशी करने की ओर भी इशारा कर रही है।

Next Post

छत से टपकता है पानी, विद्यालय में बाउंड्रीवाल तक नही

Sat Sep 28 , 2024
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email शौचालय में गंदगी का अंबार, हैंडपंप से बच्चे बुझा रहे अपनी प्यास, मामला प्राथमिक विद्यालय बिलौंजी का नवभारत न्यूज सिंगरौली 28 सितम्बर। जिला मुख्यालय बैढ़न के शासकीय प्राथमिक विद्यालय बिलौंजी में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। पेयजल […]

You May Like

मनोरंजन