शहर में अपना आशियाना ढूंढते मवेशी

आदेश- निर्देश सब ठंडे बस्ते में

जबलपुर: शहर में मूकपशु सडक़ों पर दर- दर भटकते हुए नजर आते हैं। इसके चलते यहां रोजाना ही अपने एक आशियाने की खोज में निकल पड़ते हैं, परंतु उन्हें अभी तक एक व्यवस्थित जगह पर नहीं पहुंचाया गया। इसके कारण यह मूकपशु ठंडी, गर्मी, बरसात सभी मौसम में यूं ही सडक़ों पर बैठे हुए और घूमते हुए नजर आते हैं। हाल ही में कलेक्टर द्वारा सडक़ में रहने वाले सभी मवेशियों के विचरण पर रोक लगाई थी। परंतु उसके बावजूद भी इन मवेशियों के लिए कोई भी सख्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। जिसके चलते इनको अपना एक आशियाना मिल सके।
 कचरे के बीच रहने मजबूर मवेशी
शहर की सडक़ों पर कई जगह कचरा का ढेर लगा देखने को मिल जाता है। इसी के साथ ही लोग कचरा सडक़ों पर ही फेंक कर चले जाते जिसके कारण शहर में गंदगी तो फैल ही रही है। वहीं दिन- रात मूकबधिर पशु सडक़ों पर दर- दर भटकते नजऱ आते हैं। सिविक सेंटर चौपाटी के समीप ही कई जगहों पर कचरा पड़ा रहता है,जहां मवेशी भी घूमते है और यहां पड़े हुए कचरे के बीच में रहने मजबूर हैं। जिसके कारण इन मवेशियों को संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है।
मिट गए शहर के कांजी हाउस
शहर के आवारा मवेशियों को एक जगह व्यवस्थित रखकर उनकी देखरेख के लिए कई जगहों पर नगर निगम द्वारा कांजी हाउस का निर्माण कराया गया था। जिसमें एक अलग ही विभाग के कर्मचारियों द्वारा इन कांजी हाउस में गाय,भैंस और अन्य मवेशियों को रखकर उनकी देखरेख करते थे। परंतु  शहर के इन कांजी हाउस का नामोनिशान मिट गया है। जिसके कारण अब यह आवारा मवेशी शहर की सडक़ों पर रहने को मजबूर हैं, जिनकी तरफ अब ध्यान जिला प्रशासन द्वारा भी नहीं दिया जा रहा है।

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