मधुमेह रोगियों के अध्ययन के लिए रिसर्च सोसाइटी का नौवां वार्षिक सम्मेलन संपन्न
जबलपुर: समाज में डॉक्टरों की प्रतिष्ठा अच्छी है, जब डॉक्टर अच्छा काम करते हैं तो समाज हजारों आंखो से देखता है। तभी तो लोग भगवान का दूसरा रूप डॉक्टर को ही मानते हैं। मध्य प्रदेश सरकार प्रतिबद्धता है कि आने वाले समय में स्वास्थ्य के क्षेत्र में मानव संसाधन की कमी को दूर किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं उतनी अपडेट नहीं होने के कारण जिला चिकित्सालय में लोग आते हैं जिससे जिला चिकित्सालय में कभी-कभी कुछ कमी रह जाती है, अत: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को भी जिला चिकित्सालय की तरह अपडेट किया जाएगा। यह बातें उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने मधुमेह रोगियों के अध्ययन के लिए रिसर्च सोसाइटी का नौवां वार्षिक सम्मेलन होटल शान एलिजे में आयोजित कार्यक्रम में कहीं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में भी मधुमेह रोगियों के साथ अन्य बीमारियों का ब्लड सैंपल लेकर उसके डायग्नोसिस करें, ताकि समय पर बीमारी पता चल जाए और इलाज हो जाए। आज के युग में ऐसे कोई बीमारी नही है जिसका इलाज न हो सके। यदि घातक बीमारियों का पहले से पता नहीं चलता है तो उनके थर्ड स्टेज में वह बहुत दुखदायी होता है। इसलिए पहले से ही बीमारी का पता लगा लें। उन्होंने कहा कि सावधानी ही इलाज से बेहतर उपाय है। उन्होंने सभी डॉक्टरों से कहा कि वे समर्पण भाव से कार्य करें। इस दौरान दिन-रात जिन्होंने समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य किया है उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश स्वास्थ्य के क्षेत्र में तेजी से बेहतर कार्य कर रहा है और शीघ्र मध्य प्रदेश अन्य राज्यों की स्वास्थ्य सुविधाओं से आगे निकल जाएगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश कई क्षेत्रों में बेहतर कार्य कर रहा हैं। कृषि मंि अच्छे प्रदर्शन के लिए मध्य प्रदेश को लगातार 6 बार कृषि कर्मण अवार्ड मिला है। सिंचाई सुविधाओ का जाल फैला है जिससे कृषि क्षेत्र में किसानों को बल मिला है। स्वच्छता की प्रति भी मध्य प्रदेश तेजी से कार्य कर रहा है। यह अच्छे कार्य करने की संस्कृति से समाज में निश्चित ही बदलाव आता है।
उन्होंने कहा कि इस संगोष्ठी से जो अमृत निकलेगा,उससे समाज को लाभ मिलेगा और उन्होंने कहा कि इस संगोष्ठी से जो भी बेहतर परिणाम निकालकर आते है, उसे उन्हें जरूर शेयर करें ताकि उस पर कुछ योजनाएं बनाई जा सके।उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा सुख निरोगी काया है अत: स्वस्थ जीवन के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। सभी डॉक्टर्स पवित्र उद्देश्य व प्रतिष्ठा को ध्यान में रखकर उत्कृष्ट कार्य करें। उन्होंने कहा कि कॉन्फ्रेंस से आम जनों को जरूर लाभ मिलेगा। कार्यक्रम के दौरान सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा, डॉ. जयंत पांडा, डॉ. मक्कड़, डॉ. परिमल स्वामी, डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव सहित देशभर के ख्यातिलब्ध चिकित्सक व चिकित्सीय सेवा से जुड़े लोग मौजूद थे।