– अब राजधानी होगी झुग्गी मुक्त होगी
– अगले माह ही निविदा की कार्यवाही होगी
– पहले भवन तैयार होंगे, फिर झुग्गियों को खाली कराया जाएगा
– भोपाल मेट्रोपोलिटन सिटी बनेगा
– सीएम ने भोपाल के विकास संबंधी कार्यों की बैठक में दिए निर्देश
प्रशासनिक संवाददाता
भोपाल, 21 सितंबर. राजधानी के अलग- अलग प्राइम लोकेशन पर बेतरतीब तरीके से फैले झुग्गियों के स्थान पर अब नए भवन आकार लेंगे. इन भवनों में ही झुग्गियों में रहने वालों को शिफ्ट किया जाएगा. राजधानी के कम से कम 1800 एकड़ क्षेत्र में ये झुग्गियां फैली है, इनमें रोशनपुरा, बाणगंगा और मंत्रालय और विधानसभा के पास लगी झुग्गियां भी शािमल हैं. इन जमीनों की कीमत अरबों रुपए में है.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को समत्व भवन में राजधानी के विकास संबंधी कार्यों की बैठक ली. मुख्यमंत्री ने झुग्गी मुक्त करने की तैयारियों का पूरा ब्यौरा लिया. भोपाल कलेक्टर ने राजधानी के विकास कार्यों को लेकर प्रजेंटेंशन दिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने राजधानी को झुग्गी मुक्त करने के निर्देश दिए. उन्होंने ये भी साफ किया कि पहले भवन तैयार करने का कार्य हो फिर झुग्गियों को खाली कराया जाये ताकि लोगों को परेशानी न हो. इस कार्य में जन-प्रतिनिधियों से समन्वय भी हो. झुग्गी मुक्त करने के लिए अक्टूबर तक निविदा पूरी कर कार्य शुरू किया जाए. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सडक़ों के स्वीकृत कार्य समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जो सडक़ें अधूरी हैं, उन्हें जल्द पूरा करें. सडक़ों की निविदा प्रक्रिया होने के बाद अवार्ड समय पर पारित हों.
25 वर्ष को ध्यान में रखते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर के काम करें
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल को मेट्रोपोलिटन सिटी बनाने के उद्देश्य से आगामी 25 वर्षों के प्लान को ध्यान में रखकर इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्य पूरे किये जायें. भोपाल मेट्रोपोलिटन विकास प्राधिकरण के प्रस्तावित कार्यों के तहत रायसेन, मंडीदीप, सलामतपुर और सांची तक का क्षेत्र, राजगढ़ तथा पीलुखेड़ी क्षेत्र, बैरसिया तथा सूखी सेवनिया क्षेत्र के विकास के लिए कार्ययोजना बेहतर ढंग से तैयार की जाए. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल शहर सहित जिले के अन्य स्थानों पर फ्लाईओवर का निर्माण कार्य जल्द पूरा हो.
बड़े तालाब पर ऐलिवेटेड कॉरिडोर का प्लान तैयार होगा
आने वाले दिनों में राजधानी के बड़े तालाब के ऊपर ऐलिवेटेड कॉरिडोर भी बन सकता है. इस संबंध में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल में बड़े तालाब का स्वरूप प्रभावित हुए बगैर एलिवेटेड कॉरिडोर का प्लान तैयार करें. सीएम राइज स्कूलों का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण हो. आदमपुर बायो सीएनजी प्लांट का कार्य और कचरे का निष्पादन आधुनिक तकनीक से पूरा हो. जिले में सीवेज, जल व तालाबों का पुनरोत्थान कार्य के लिए लगभग 1522 करोड़ रूपये की स्वीकृति मिली है.
वंदे मेट्रो का प्लान भी बनेगा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकारी भवनों में सोलर ऊर्जा से बिजली उत्पादन करें.मेट्रो रेल परियोजना के कार्य चरणबद्ध ढंग से पूरे किये जायें. उन्होंने वंदे मेट्रो का प्लान भी तैयार करने के निर्देश दिये. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस विभाग की आवश्यकताओं के लिए समग्र प्लान बनायें. राजधानी को विकसित करने और ट्रेफिक का प्लान भी बेहतर रूप से बनाया जाये. हाउसिंग बोर्ड, भोपाल विकास प्राधिकरण और स्मार्ट सिटी द्वारा भोपाल के विकास के लिए 25 साल का प्लान तैयार किया जाये. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि उद्योगों और रोजगार के लिए प्रभावी कार्य हो और नीति निवेश के लिए अन्य राज्यों का अध्ययन भी किया जाये.
कोलार रोड का काम अगले माह पूरा करने का दावा
बैठक में बताया गया कि लोक निमार्ण विभाग द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी मार्ग (कोलार) का निर्माण कार्य 305 करोड़ रुपए की राशि से अक्टूबर 2024 तक पूर्ण करना है. इसका 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है. कलियासोत डेम से न्यू बायपास मार्ग का कार्य 49. 50 करोड़ रुपए से अक्टूबर 2024 तक पूर्ण किया जाना है, जिसका 99 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है. भदभदा बिलकिसगंज फेस-2 मार्ग किमी 6 से 13 तक 42 करोड़ रुपए में दिसम्बर 2024 तक पूर्ण किया जाना है, जिसका 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है. पिपलानी बी-सेक्टर खजूरीकला होते हुए नया बायपास तक फोर लेन सडक़ का निर्माण कार्य 25.44 करोड़ रुपए में मार्च 2025 तक पूर्ण होना है, जिसका 45 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है. इसी तरह भोपाल चिकलोद मार्ग पर 11 मील चौराहे से बंगरसिया तक 2 लेन से 4 लेन करने का उन्नयन कार्य 49 करोड़ रुपए से दिसम्बर 2025 तक पूर्ण होना है, जिसका 0.50 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है. इसी तरह सीपीए-2 विभाग के तहत एम.जी.एम स्कूल से बायपास को जोडऩे वाले मार्ग का निर्माण 9.39 करोड़ रुपए में दिसम्बर 2025 तक पूर्ण होना है, जिसका कार्य प्रगति पर है.
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