प्रदेश में औद्योगिकरण के विस्तार में सहायक हैं इन्वेस्टर समिट-यादव

भोपाल, 20 सितम्बर (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि उद्योगपतियों व निवेशकों से संवाद, उनकी समस्याओं के समाधान और प्रदेश में औद्योगिकरण के विस्तार में इन्वेस्टर समित सहायक हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश में असीमित निवेश के अवसरों पर कोलकाता में आयोजित सत्र में सहभागिता के लिए रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री निवास में मीडिया से चर्चा करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के नेतृत्व में मध्यप्रदेश, सभी क्षेत्रों में विकास के पथ पर अग्रसर है। प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों और निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए क्षेत्रीय स्तर पर इन्वेस्टर समिट का आयोजन निरंतर जारी है। हमारा प्रयास है कि देश-विदेश के निवेशक और उद्योगपति मध्यप्रदेश में निवेश करें और औद्योगिक गतिविधियों का संचालन करें। इससे प्रदेश में अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न भागों में हो रही इन्वेस्टर समिट से उद्योगपतियों और निवेशकों से संवाद, उनकी समस्याओं के समाधान और औद्योगिक गतिविधियों के प्रोत्साहन के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी उनसे साझा करने का अवसर मिलता है। यह परस्पर संवाद, आपसी विश्वास-सुरक्षा और भविष्य की संभावनाओं का आधार बनता है। अब तक हुई इन्वेस्टर समिट का प्रदेश को बड़े पैमाने पर लाभ मिला है। इसी क्रम में बेंगलुरु और मुंबई के बाद अब कोलकाता में इन्वेस्टर समिट आयोजित है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लघु उद्योग, मध्यम श्रेणी के उद्योग, फूड इंडस्ट्री, आईटी पार्क के माध्यम से युवाओं, महिलाओं सहित सभी के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने के उद्देश्य से अभियान के रूप में गतिविधियां संचालित कर रही है। क्षेत्रीय स्तर पर जारी इन्वेस्टर समिट के आगामी क्रम में 27 सितंबर को सागर में समिट का आयोजन होगा। प्रदेश में कुटीर उद्योग के रूप में बीड़ी और अगरबत्ती उद्योग घर-घर में होता था, सागर क्षेत्र की तो यह विशेष पहचान था। वर्तमान में सागर क्षेत्र में खनिज सेक्टर भी प्रमुख गतिविधि के रूप में उभरा है। इससे पहले जबलपुर और ग्वालियर में समिट आयोजित हो चुके हैं।

उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित समिट के माध्यम से निवेश और औद्योगिक गतिविधियों को क्षेत्रीय स्तर तक ले जाने में मदद मिली है। प्रदेश में औद्योगिक इकाइयों के भूमि-पूजन और लोकार्पण का क्रम जारी है। साथ ही इन्वेस्टर समिट के माध्यम से हम उद्योगपतियों और निवेशकों को प्रदेश में आने के लिए आमंत्रित और प्रोत्साहित भी कर रहे हैं। इन प्रयासों का ही परिणाम है कि मध्यप्रदेश में शिक्षा, चिकित्सा सहित सभी औद्योगिक क्षेत्र में निवेश बढ़ा है और उद्योगपति प्रदेश में निवेश के लिए उत्साह के साथ इच्छुक हैं।

डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में जो उद्योगपति पहले से सक्रिय हैं, उनकी गतिविधियों के विस्तारीकरण और विविधिकरण के लिए भी प्रदेश में अवसर उपलब्ध हैं। राज्य सरकार सहयोगात्मक रूख के साथ सकारात्मक वातावरण निर्मित करते हुए शिक्षा, चिकित्सा, उद्योग, खनन, वनीकरण एवं पर्यटन सहित सभी क्षेत्रों में गतिविधियों के विस्तार और विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

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