नयी दिल्ली 30 अगस्त (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन – पांच सितंबर तक ब्रुनई और सिंगापुर की यात्रा पर जायेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि श्री मोदी तीन और चार सितंबर को दक्षिणपूर्व एशियाई देश ब्रुनेई में दारुस्सलाम की यात्रा पर होंगे। यह भारत के किसी प्रधानमंत्री की ब्रुनेई की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी।
प्रधानमंत्री ब्रुनेई से ही सिंगापुर की यात्रा पर जाएंगे। वह प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के निमंत्रण पर चार-पांच सितंबर तक सिंगापुर में होंगे।
श्री मोदी ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोलकिया के निमंत्रण पर वहां की यात्रा करेंगे। यह यात्रा भारत और ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है।
सरकार का कहना है कि ब्रुनेई भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति और भारत-प्रशांत क्षेत्र की भारत की सोच में एक महत्वपूर्ण भागीदार है। श्री मोदी की ब्रुनेई की यह यात्रा रक्षा सहयोग, व्यापार और निवेश, ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सहयोग, क्षमता निर्माण, संस्कृति क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को विस्तार देने के साथ-साथ दोनों देशों के लोगों के एक दूसरे के यहां आने जाने सहित ब्रुनेई के साथ संबंधों को मजबूत करेगी। इस यात्रा में दोनों पक्ष सहयोग के रास्ते भी तलाशेंगे।
श्री मोदी सिंगापुर में प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा करेंगे और आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। श्री मोदी सिंगापुर के राष्ट्रपति तर्मन षणमुगरत्नम से भी मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी का सिंगापुर के नामी उद्योगपतियों से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है।
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री की ब्रुनेई और सिंगापुर की यात्राओं से इन दोनों देशों में द्विपक्षीय और क्षेत्रीय तथा बहुपक्षीय ढांचे में भारत का सहयोग और मजबूत भी होगा।
गौरतलब है कि ब्रुनेई और सिंगापुर दोनों देश 10 सदस्यीय दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) के सदस्य हैं।