ग्वालियर, 28 अगस्त। आज ग्वालियर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। चम्बल का बीहड़ इलाका, जहां कभी गोलियों की आवाज और डाकुओं का आतंक था। वहां आज अंबानी-अडानी जैसे कई उद्योगपतियों ने हजारों करोड़ रुपए का निवेश किया।
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 1 हजार 586 करोड़ के निवेश की 47 इकाइयों का वर्चुअली भूमिपूजन और लोकार्पण किया। ये इकाइयां प्रदेश के विकास को नई गति देंगी एवं इनसे लगभग 4752 रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगपतियों से वर्चुअली संवाद कर 120 इकाइयों को भूमि आवंटन आशय पत्र प्रदान किए। कार्यक्रम में ग्वालियर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा निर्मित जय विलास प्रवेश द्वार का लोकार्पण भी किया। इस दौरान अंबानी ग्रुप ने 15 हजार करोड़ और अडानी ग्रुप ने 3500 करोड़ रुपए का निवेश किया। वहीं गोदरेज ग्रुप ने भी बड़ा निवेश किया है।
*अडानी ग्रुप ने की सरकार और सिंधिया परिवार की तारीफ*
अडानी ग्रुप के करण अडानी ने मोहन यादव की सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि ग्वालियर का इतिहास बहुत खूबसूरत है। यहां का हेरिटेज कलर है और आर्किटेक्चर अपने आप में अलग पहचान रखता है। स्वर्गीय माधव राव सिंधिया का और अब ज्योतिरादित्य सिंधिया का बहुत योगदान है। सिंधिया इस क्षेत्र के लिए एक सेतु के रूप में मौजूद हैं। सिविल एविएशन मिनिस्टर रहते हुए उन्होंने देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण रोल निभाया है। इकोनॉमिक ग्रोथ का मध्य प्रदेश एक आउटस्टैंडिंग उदाहरण है। 18250 करोड इन्वेस्ट करने के चलते हम 12 हजार जॉब मध्य प्रदेश में पहले से ही स्थापित कर चुके हैं।
*दो बड़े प्रोजेक्ट का अनाउंसमेंट*
अडानी ग्रुप ने आज दो बड़े प्रोजेक्ट को अनाउंस किया। शिवपुरी जिले में एक यूनिट अडानी ग्रुप स्थापित करने जा रहा है, जो डिफेंस क्षेत्र में काम करेगी। 3500 करोड़ का इन्वेस्ट कर रहे हैं। अडानी फाउंडेशन लॉसेस सामाजिक क्षेत्र में काम कर रही है। जैकेट प्रोडक्शन सेंटर शिवपुरी जिले के बदरवास में लगेगा। इसमें सिर्फ महिलाएं काम करेंगी, जो महिला सशक्तिकरण का उदाहरण होगा। मध्य प्रदेश देश का मुख्य प्रदेश है जिसमें अडानी ग्रुप भी अपना योगदान देने जा रहा है।
मप्र और रिलायंस का पुराना संबंध
रिलायंस बायो एनर्जी के वाइस प्रेसिडेंट विवेक तनेजा ने संबोधन के दौरान एमपी से पुराना रिश्ता बताया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और रिलायंस का एक पुराना संबंध है। टोटल इन्वेस्टमेंट देखा जाए तो 35 हजार करोड़ से ज्यादा का रहा है। सीबीएम में इन्वेस्टमेंट के जरिए 3500 से ज्यादा जॉब हम पैदा करने जा रहे हैं। मध्य प्रदेश गवर्नमेंट का बहुत अच्छा सहयोग मिल रहा है। इसे देखते हुए यदि फ्यूचर की बात की जाए, तो देश में मध्य प्रदेश इन्वेस्टमेंट का एक बहुत अच्छी जगह है।
मप्र में 15 हजार करोड़ का होगा निवेश
बायोगैस सहित एनर्जी सेक्टर में रिलायंस बायो एनर्जी इन्वेस्ट कर रही है। 15 हजार करोड़ का निवेश करेगी, जिससे नए रोजगार पैदा होंगे। आने वाला भविष्य एनर्जी जेनरेशन का है, यह तो कई चित्र में मध्य प्रदेश बहुत अच्छी जरूर कर रहा है खासकर एग्रो क्षेत्र में, ऐसे में एग्रो बेस्ड इंडस्ट्री में एडवांस्ड बायोफ्यूल बहुत महत्वपूर्ण है। मध्य प्रदेश ऑर्गेनिक फार्मिंग में नंबर वन हो चुका है। ऐसे में केमिकल फर्टिलाइजर को देखते हुए कंप्रेस्ड बायोगैस और फ्यूल बहुत अच्छा है। यह मध्य प्रदेश की इकोनॉमी के लिए बहुत बड़ा रोल निभाएगा। खासकर अन्नदाताओं के लिए यह महत्वपूर्ण कदम होगा। विवेक तनेजा ने कहा कि रिलायंस बायो एनर्जी मध्य प्रदेश के डेवलपमेंट में अपना रोल अदा करने के लिए तैयार है।
प्रदेश की इंडस्ट्रियल ग्रोथ को अब रोकना मुमकिन ही नहीं नामुमकिन- ट्रोपिलाइट फूड्स
ट्रोपिलाइट फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर पुनीत डाबर ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रयास से मेरे दोस्तों ने मध्य प्रदेश में इन्वेस्ट करने की इच्छा जाहिर की है। आज जो संभावना है, मध्य प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र में देख रहे हैं, उसको आप अब मूर्त रूप भी दे रहे हैं। अपने उद्योगपतियों निवेशकों को खुलकर अपनी बात रखने का मौका दिया है। आपको जो भी समस्याएं बताई गई, आपने उनका समाधान किया है। यही वजह है कि मध्य प्रदेश की इंडस्ट्रियल ग्रोथ को अब रोकना मुमकिन ही नहीं नामुमकिन है।
उन्होंने कहा कि 1978 में मेरे पिताजी ने कंपनी की शुरुआत की थी। अब जब उन्होंने सबसे पहले इंडिया के ग्वालियर में अपनी लैब स्थापित की थी। उस समय स्वर्गीय माधवराव सिंधिया ने बहुत सपोर्ट किया था। आज हम 15 देश में अपना व्यापार कर रहे हैं। आर एंड डी सेक्टर बायो टेक्नोलॉजी क्षेत्र में इन्वेस्ट करने जा रहे हैं। यह कार्बन उत्सर्जन क्षेत्र में रिसर्च करेगा। इसमें हम 100 करोड़ का निवेश करने जा रहे हैं। 500 लोगों को रोजगार भी देगा। इसमें खासियत यह है कि ज्यादातर महिलाएं ही इसमें काम करेंगे।
सीएम मोहन यादव ने दिया धन्यवाद
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस दौरान कहा, आगे कभी भी संभागीय रीजनल कॉन्क्लेव करेंगे, तो उसमें पूरे प्रदेश में उद्योगपतियो को जोड़कर स्पंदन करेंगे। सभी उसमें साथ रहेंगे। सभी जगह को जोड़ा जाएगा। कागजी घोड़े नहीं दौड़े जाएंगे। मैदान में भी नजर आएंगे। मुख्यमंत्री का पांढुर्णा जिले में फैक्ट्री स्थापित करने वाले उद्योगपति से चर्चा के दौरान हंसते हुए कहा “आप महाराष्ट्र के नागपुर से आते हैं। बहुत सारे उद्योगपति महाराष्ट्र के बाद अब मध्य प्रदेश में इन्वेस्ट कर रहे हैं। यही वजह है कि वहां के मुख्यमंत्री हमसे कह रहे हैं कि आप हमारे उद्योगपति और इन्वेस्टर ले जा रहे।” इसके बाद सीएम ने 120 इकाइयों को लैंड अलॉटमेंट लेटर जारी किया। मंच पर पांच उद्योगपतियों को लैंड अलॉटमेंट लेटर प्रदान किया।