नयी दिल्ली (वार्ता) पुष्टि पुरुषोत्तम भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव सोमवार को देशभर में धूमधाम से मनाया गया।
इस मौके पर भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली उत्तर प्रदेश के मथुरा से लेकर गुजरात के द्वारका तक मंदिरों में विशेष पूजा की गयी। कृष्ण के जन्मोत्सव के कार्यक्रम सुबह मंगला आरती से शुरू हुए।
मथुरा कान्हा के जन्मोत्सव में रंग गया था। करीब 15 लाख श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण को प्रकट होते हुए देखने पहुंचे हैं। जन्मभूमि को कारागार की तरह सजाया गया है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर नंदलाल का 1008 कमल पुष्पों से अर्चन किया गया। नवग्रह और श्रीगणेश की पूजा की।
रात में 11 बजकर 55 मिनट पर 05 मिनट के लिए पट बंद कर दिए गए थे और 12 बजकर 05 मिनट पर भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा को गर्भ गृह से बाहर लाया गया, जहां स्वर्ण मंडित कामधेनु गाय से पहले अभिषेक किया गया। इसके बाद करीब 05 कुंतल पंचामृत से महंत नृत्यगोपाल दास बाल गोपाल अभिषेक किया। यह अभिषेक रात 12 बजकर 40 मिनट तक चला।
वहीं, गुजरात के द्वारकाधीश मंदिर के पट रात 2.30 बजे तक खुले रहेंगे। इधर, पटना के इस्कॉन मंदिर के बाहर देर शाम भीड़ आउट ऑफ कंट्रोल हो गई। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। बताया जा रहा है कि श्रद्धालु मंदिर में किसी भी तरह से घुसने की कोशिश कर रहे थे। इसके कारण मंदिर के बाहर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। फिलहाल मंदिर के पास भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया है।
इसके अलावा देशभर के विभिन्न मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।