जबलपुर: पशु चिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन महाविद्यालय में प्रथम वर्ष की छात्रा हॉस्टल के कमरे में सुसाइड नोट छोडक़र गायब हो गई थी जिसे सिविल लाइन पुलिस ने भोपाल से दस्तयाब कर लिया और शनिवार को उसे शहर लाने के बाद पूछताछ करने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। पूछताछ में यह बात सामने आई कि छात्रा पर पढ़ाई का दबाव था और प्रथम वर्ष की शुरूवाती परीक्षा में उसका रिजल्ट बिगड़ गया, माता पिता की डांट के डर से वह ट्रेन में बैठकर भोपाल चली गई थी।
विदित हो कि चिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन महाविद्यालय में प्रथम वर्ष की छात्रा 22 वर्ष एकाएक हॉस्टल के कमरे से गायब हो गई थी।
छात्रा ने कमरे में सुसाइड नोट भी छोड़ा जिसमें उसने आत्महत्या करने संबंधी उल्लेख किया था। छात्रा अपने साथ लेपटॉप और अपने रूपए रखने वाला पर्स भी साथ लेकर गई। सुबह छात्रा का कमरा न खुलने पर वार्डन ने दरवाजा खोला तो वहां छात्रा नहीं थी जिसके बाद मामले की जांच पड़ताल शुरू हुई और मामला थाने तक जा पहुंचा। कॉलेज के डीन और वार्डन ने सिविल लाइन थाना पहुंचकर मामले की पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने गुुमशुदगी दर्ज करने के बाद टीम छात्रावास से लेकर आसपास के चौराहों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने के साथ हर एंगल पर जांच शुरू की। परिजनों को भी सूचित किया।
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और छात्रा का मोबाइल सर्विलांस में लिया तो उसके भोपाल जाने का पता चला। सिविल लाइंस पुलिस ने तुरंत छात्रा का पहचान पत्र और छायाचित्र लेकर भोपाल आरपीएफ को भेजा। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पहुंचने के पहले ही आरपीएफ तैनात थी। छात्रा को लेने के लिए उसकी सहेली भी पहुंची थी। ट्रेन से उतरकर छात्रा अपनी सहेली के साथ बाहर जाने के लिए निकली तो आरपीएफ उन्हें अपने कार्यालय ले गई। छतरपुर से आए छात्रा के माता-पिता और सिविल लाइंस पुलिस उसे जबलपुर लाने के लिए भोपाल पहुंची जहां से शनिवार को छात्रा को शहर लाने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।