– छतरपुर में बुलडोजर कार्रवाई पर आरिफ मसूद ने कह दी बड़ी बात, कहा- अपराधी अपराध करता है, तो कानून है कार्यवाही करने.
– मकान तोड़ने वाले दोषी अफसरों पर कार्रवाई हो
नवभारत प्रतिनिधि
भोपाल, 23 अगस्त. विगत 21 अगस्त को ‘भारत बंद’ के दौरान छतरपुर में भड़की हिंसा और उपद्रवियों के मकान पर बुलडोजर की कार्रवाई करने के बाद इसे लेकर प्रदेश में सियासत बवाल मच गया है.
मोहन सरकार के एक्शन के बाद कॉंग्रेस के राज्यसभा सांसद और विधायक ने कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी के बाद कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पत्र लिखा है। साथ ही मकान तोड़ने वाले अफसरों पर कार्रवाई की मांग की है।
विधायक आरिफ मसूद ने बिना नोटिस दिए घर और गाड़ियां तोड़ने वाले अफसरों पर कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि छतरपुर की कार्रवाई सीधे-सीधे न्याय व्यवस्था के विपरीत है। मध्य प्रदेश में संविधान लगभग समाप्ति की ओर है। कोई अपराधी अपराध करता है, तो उसके लिए न्याय व्यवस्था में कार्रवाई के लिए प्रावधान है।
विधायक मसूद ने सीएम को पत्र में लिखा, “निवेदन है कि 21 अगस्त को छतरपुर सिटी कोतवाली में घटी घटना के बाद नाराज छतरपुर पुलिस ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिल कर 22 अगस्त को बिना नोटिस दिए लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाकर जमीदोज कर दिए, जो कि सीधे-सीधे न्याय व्यवस्था के विपरीत है।”
विधायक आरिफ मसूद ने आगे लिखा, “इस कार्यवाही को तरह पुलिस प्रशासन ने कार्यवाही देखकर साफ प्रतीत होता है कि मध्यप्रदेश में संविधान लगभग समाप्ति की ओर है यदि कोई अपराधी अपराध करता है, तो उसके लिए न्याय व्यवस्था में कार्यवाही करने के लिए प्रावधान है। अतः मेरा आपसे आग्रह है कि उपरोक्तानुसार जिस तरह बगैर नोटिस दिए मकानों को तोड़ा गया है ऐसी कार्यवाही करने वाले अधिकारीयों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाए, जिससे आमजन का विश्वास कानून प्रक्रिया पर बना रहे।”