नयी दिल्ली 16 अगस्त (वार्ता) भारत ने बिहार में करीब पांच दिन पहले एक रेडियोधर्मी पदार्थ की तस्करी की रिपोर्ट पर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की टिप्पणियों को खारिज करते हुए आज कहा कि बरामद पदार्थ की गहन जांच में पता चला है कि यह कोई रेडियोधर्मी पदार्थ नहीं था और सभी को उस पर आधारहीन टिप्पणियों के दुष्प्रचार से बचना चाहिये।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यहां नियमित ब्रीफिंग में इस बारे में एक सवाल के जवाब में कहा कि हम मीडिया रिपोर्टों और की गई टिप्पणियों से अवगत हैं। भारत सरकार के संबंधित अधिकारियों ने इस मामले की गहन जांच की है। जब्त की गई सामग्री में कैलिफ़ोर्नियम आइसोटोप का कोई निशान नहीं है जैसा कि बयान में दावा किया गया है।
प्रवक्ता ने कहा, “ऐसी आधारहीन टिप्पणियाँ करने वालों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसा कोई दुष्प्रचार करने से बचें, जाहिर तौर पर इसे स्वीकार करने वाला कोई नहीं है। हम एक बार फिर इस बात पर जोर देते हैं कि भारत के पास रेडियोधर्मी सामग्रियों की सुरक्षा के लिए एक मजबूत कानूनी और नियामक ढांचा है।”
उल्लेखनीय है कि गत सप्ताह ऐसी खबर आयी थी कि बिहार के गोपालगंज जिले में कैलिफोर्नियम नाम का रेडियोधर्मी पदार्थ तस्करों के पास मिला है। यह रेडियोएक्टिव पदार्थ तीन तस्कर कहीं लेकर जा रहे थे, उसी दौरान सूचना पर पुलिस ने चेकिंग शुरू की और तीनों आरोपियों को पकड़ लिया। रिपोर्ट में इसकी कीमत करीब 850 करोड़ रुपए बतायी गयी थी। इस पर पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत में रेडियोधर्मी पदार्थ की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किये थे।