संयुक्त राष्ट्र 06 अगस्त (वार्ता) संयुक्त राष्ट्र (संरा) ने बंगलादेश में आरक्षण विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और उनके देश छोड़कर जाने के बाद देश में शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक सत्ता हस्तांतरण का आह्वान किया है।
मीडिया रिपोर्टों में मंगलवार को यह जानकारी दी गयी। अंतरराष्ट्रीय संस्था ने संक्रमण काल के दौरान बंगलादेशी कानूनों के पालन के महत्व पर जोर दिया है।
संरा महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक ने सोमवार को न्यूयॉर्क में एक नियमित ब्रीफिंग में कहा, “हम क्षेत्र में अधिकारियों के संपर्क में हैं और हमारी स्थानीय टीम भी बंगलादेश में अधिकारियों के संपर्क में है। हम देखेंगे कि हम इसके साथ कहां तक जाते हैं। पर अभी स्थिति बहुत तेजी से आगे बदल रही है। हमें इंतजार करना होगा। देखते हैं, मामला शांत होने के बाद क्या होता है।”
श्री हक ने इसमें शामिल सभी पक्षों से शांतिपूर्ण सत्ता परिवर्तन सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया और शांति एवं संयम बरतने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हम सुरक्षा बलों से ढाका और बंगलादेश के अन्य शहरों की सड़कों पर मौजूद लोगों की सुरक्षा करने का भी आग्रह करते हैं।”
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार संरा ने ‘हिंसा के सभी कृत्यों की पूर्ण, स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी जांच’ की आवश्यकता पर जोर दिया और बंगलादेश के लोगों के साथ अपनी एकजुटता की पुष्टि भी की।
अमेरिका ने भी स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा,“हमने देखा है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और बंगलादेश छोड़ दिया है। हम स्थिति की सावधानीपूर्वक निगरानी कर रहे हैं।”
श्री मिलर ने बंगलादेशी लोगों की लोकतांत्रिक आकांक्षाओं पर ध्यान केंद्रित करने और लोकतांत्रिक शासन का मार्ग सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया।
ढाका ट्रिब्यून के अनुसार अमेरिका ने सभी पक्षों से आगे की हिंसा से परहेज करने का आग्रह किया है और शरणार्थियों के प्रति निरंतर आतिथ्य सत्कार की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। अमेरिका ने वित्त वर्ष 2023 में बंगलादेश को द्विपक्षीय आर्थिक, विकास और स्वास्थ्य सहायता के लिए 21.2 करोड़ डॉलर से अधिक प्रदान किया। श्री मिलर ने इन कार्यक्रमों को जारी रखने की इच्छा व्यक्त की।
संरा और अमेरिका दोनों ने संक्रमण प्रक्रिया के दौरान लोकतंत्र और मानवाधिकारों के सम्मान के महत्व पर जोर दिया।