खुद का बिजनेस चालू करने के लिए दिया घटना को अंजाम
200 सीसीटीवी फुटेज खंगाल पुलिस ने किया घटना का पर्दाफाश
इंदौर. शुक्रवार की दोपहर में स्कीम नम्बर 114 स्थित देवकली इंफ्रा. प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के जिस ऑफिस बॉय के साथ लूट की घटना घटित हुई थी. उसका मास्टरमाइंड वह खुद ही निकला. पुलिस ने लुट की घटना का 24 घंटे में ही पर्दाफाश कर दिया. इसके लिए जोन दो के अधिकारियों ने 40 पुलिस जवानों की एक टीम बनाई थी. टीम 200 सीसीटीवी कैमरें खंगालते हुए लूट की घटना का सुराख निकालते हुए मुख्य आरोपी तक पहुंची.
डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने मीडिया से चर्चा में बताया कि देवकली इंफ्रा. प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के जिस ऑफिस बॉय ने लूट की सूचना दी थी, उसी ने लुट की वारदात का षड़यंत्र रचा था. डीसीपी ने आगे बताया कि कर्मचारी अशोक पांडे ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी वह देवकली इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड में काम करता है वही का कर्मचारी सोनू बोरासी जो की कंपनी के 35 लाख रुपए लेकर स्कीम नं. 78 से स्कीम नंबर 114 जा रहा था. इस दौरान उसके साथ तीन अज्ञात बदमाशों ने लूट की घटना घटित हो गई थी. जब पुलिस ने मामले में जांच पड़ताल की तो घटना का तरीका संदिग्ध लगा. पुलिस को मामले की जानकारी सोनू बौरासी से लगी थी. इस पर पुलिस ने सोनू बोरासी और अशोक चौहान को पूछताछ के लिए थाने लेकर गए थे. पुलिस की पूछताछ में बार-बार अपने बयान बदल रहे थे. जब पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज देखे तो उसमें यहसाफ हो गया कि वारदात के समय कर्मचारियों ने आरोपियों का किसी तरह का विरोध नहीं किया था. वहीं सोनू के साथी अशोक पांडे ने यह भी बताया कि वह हमेशा जिस रास्ते से नगदी पैसा ले जाते थे. उस रास्ते से न जाकर ऑफिस के कर्मचारी सोनू ने दूसरा रास्ता अपनाया था. बस इसी बयान के बाद पुलिस को सोने पर पूरी तरह से शंका यकीन में बदल गई. इसके बाद पुलिस ने जब सोनू बोरासी से सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने पूरा घटनाक्रम पुलिस अधिकारियों के सामने खोल दिया. उसने बताया कि उसके दोस्तों भागीरथपुरा में रहने वाले केशव और हवाबंगला में रहने वाले लक्की के साथ मिलकर पूरा षड़यंत्र रचा था. उसने एक दिन पहले ही अपने साथियों को यह जानकारी दे दी थी कि वह अगले दिन कंपनी के 35 लख रुपए लेकर निकलेगा. इसके बाद ही तीनों आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया था.
दो आरोपी फरार, तलाश जारी
आरोपी सोनू बोरासी के हिस्से में आए 10 लाख 50 हजार जब्त किए. दूसरे आरोपी केशव के भाई अमर से 6 लाख 90 हजार रुपए, वहीं लक्की के जीजा सनी और सत्य प्रकाश से 8 लाख तथा आरोपी लक्की के एक अन्य रिश्तेदार उमेश यादव से 50 हजार जब्त किए. इस तरह पुलिस ने कुल चार आरोपियों से 25 लाख 90 हजार रुपए बरामद कर लिए हैं. वहीं दो आरोपी घटना के बाद से फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है, बाकि की रकम भी वहीं लेकर फरार हुए है.