दस डबल डेकर बसें भी चलाई जाएंगी
एआईसीटीएसएल की बोर्ड बैठक में निर्णय
इंदौर. शुक्रवार को अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड की बोर्ड बैठक, बोर्ड अध्यक्ष एवं महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बोर्ड द्वारा ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए आज की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए.बैठक में निर्णय लिया गया कि ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री ई-बस सेवा के अंतर्गत भविष्य में 150 मिडी इलेक्टि्रक बसों को सौगात जल्द ही शहर को मिलेगी. इन बसों के लिए डिपो एवं चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रख्र की व्यवस्था चंदन नगर एवं नायता मुंडला में होगी. साथ ही भविष्य में दस इलेक्टि्रक डबल डेकर बसों का संचालन किया जायेगा।
जल्द ही निविदा आमंत्रित कर दस एक्सक्लूसिव डबल डेकर ई-बसों का संचालन किया जायेगा, जिसमें से इंदौर दर्शन के लिए भी बस संचालित होगी. इसके साथ ही बैठक में बस संचालन संबंधी विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई. बैठक में एआईसीटीएसएल बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं संभागायुक्त दीपक सिंह, निदेशक एवं जिलाधीश आशीष सिंह, प्रबंध निदेशक एवं निगमायुक्त शिवम वर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं अपर आयुक्त मनोज पाठक एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.
पीपीपी मॉडल पर ई-बाइक का संचालन
बैठक में निर्णय लिया गया कि लास्ट माइल कनेक्टिविटी एवं ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देने हेतु जल्द ही पीपीपी मॉडल पर निविदा आमंत्रित कर इलेक्टि्रक बाइक का संचालन किया जाएगा. यात्रियों की सुविधा हेतु लास्ट माइल कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए एप बेस्ड टैक्सी सर्विस निविदा आमंत्रित कर जल्द ही प्रारंभ की जाएगी.
स्क्रैप बसों का उपयोग स्मार्ट स्कूल में
स्क्रैप बसों की ई-नीलामी की जाएगी एवं स्क्रैप बसों का उपयोग स्मार्ट टॉयलेट, स्मार्ट स्कूल जैसी योजनाओं हेतु किया जायेगा. शहर में संचालित बसों (सिटी बस, आई बस एवं ई बस) के किराए का पुनरीक्षण किया गया. ई बाइक (माय बाइक) के किराए में वृद्धि की जायेगी.
इंदौर-भोपाल के बीच हेलीकॉप्टर सुविधा का सुझाव
बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने इंदौर भोपाल के बीच हेलीकॉप्टर सुविधा चलाने का एक सुझाव रखा, जिसमें उन्होंने कहा कि इस सुविधा को एयरपोर्ट से अलग कर शुरू करें तो प्रतिदिन 60 से 70 यात्री इसका लुत्फ उठा सकते हैं. भोपाल-इंदौर में शहर से एयरपोर्ट दूर होने के कारण एयर टैक्सी फैल रही है. अगर शहर के अंदर कहीं व्यवस्था कर विशेषज्ञों से चर्चा कर हेलीपैड बनाकर अगर यात्रियों को हेलीकॉप्टर सुविधा दी जाए तो इसमें फायदा हो सकता है.