ग्वालियर। कांग्रेस विधायक साहब सिंह गुर्जर को जब उनके मतदाताओं ने याद दिलाया कि चुनाव के समय उन्होंने क्षेत्र में ट्रांसफार्मर लगवाकर बिजली की समस्या का समाधान करेंगे तो अपने ही मतदाताओं द्वारा वादा याद दिलाना विधायक को नागवार गुजरा। उन पर अपने ही मतदाताओं की मारपीट करने का आरोप लगा है। ऐसा आरोप ग्रामीण मतदाता अपने विधायक पर लगा रहे हैं और इस संबंध में यह मतदाता एसपी कार्यालय भी पहुंचे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए ग्रामीणों की शिकायत पर विधायक के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कर ली गई थी। अब विधायक की मुश्किलें और बढ़ गई हैं क्योंकि मामला दलित महिलाओं की मारपीट से जुड़ा हुआ है। इसलिए मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने भी मामले को संज्ञान में लिया है और ग्वालियर पुलिस अधीक्षक से पंद्रह दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी है।
हालांकि महिलाओं के आरोप के जवाब में विधायक साहब सिंह गुर्जर ने खुद को निर्दोष बताते हुए इसे एक षड्यंत्र बताया था और उनका कहना था कि वह तो ग्रामीणों की मदद के लिए हमेशा जनसुनवाई लगाते हैं और मऊ पहाड़ी के इस मामले से भी उन्होंने काफी समय पहले ही बिजली विभाग को अवगत कराया था। इस मामले में बिजली विभाग के ग्रामीण सर्कल के अधिकारी नीतीश सिंह का कहना है कि उनके पास अब तक कोई शिकायत नहीं आई है। हाल ही में घटना के दिन फ़ोन पर जरूर विधायक ने उनको मामले की जानकारी दी थी।